फर्रुखाबाद डीएसओ सहित तीन अधिकारी निलंबित, 27 के खिलाफ कार्रवाई के आदेश

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SCHIVफर्रुखाबाद:(कानपुर) : मुख्य सचिव आलोक रंजन की क्लास में गुरुवार को मंडल के 30 अधिकारी फेल हो गए। विकास कार्यो और कानून व्यवस्था की समीक्षा व निरीक्षण में पोल खुलने पर मुख्य सचिव ने कार्रवाई के आदेश कर दिये है। कहीं निर्माण कार्यो में गुणवत्ता नहीं मिली तो कई जगह अधिकारी कार्यो में रुचि ही नहीं ले रहे थे। समीक्षा में एक-एक करके कमियां सामने आई तो उन्होंने फर्रुखाबाद के डीएसओ समेत तीन अधिकारियों को निलंबित करने का फरमान सुना दिया। पांच अधिकारियों को पद से हटाने, दो सीओ सहित सात को चेतावनी और 15 अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तथा प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया।

बाद में पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्य सचिव ने एक बार फिर शासन की नीतियों को स्पष्ट करते हुए अधिकारियों को विकास कार्यो में रुचि लेने की नसीहत दी।

मुख्य सचिव आलोक रंजन, एडीजी कानून व्यवस्था मुकुल गोयल, गृह सचिव कमल सक्सेना, प्रमुख सचिव पीडब्लूडी किशन सिंह अटोरिया, प्रमुख सचिव समाज कल्याण सुनील कुमार, प्रमुख सचिव पंचायत राज चंचल तिवारी, प्रमुख सचिव चिकित्सा अरविंद नारायन मिश्र तथा सचिव ग्राम्य विकास रामबहादुर का काफिला सुबह करीब दस बजे पुलिस लाइन पहुंचा। मुख्य सचिव ने उर्सला अस्पताल तथा सदर तहसील का निरीक्षण किया जबकि एडीजी मुकुल गोयल रेल बाजार व कैंट थाने का निरीक्षण करने के लिए चले गये। दोपहर बारह बजे कानपुर मंडल के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ होटल लैंडमार्क में विकास कार्यो व कानून व्यवस्था की समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव ने गड़बड़ी और विभागीय कार्यो में रुचि न लेने के आरोप में फर्रुखाबाद के डीएसओ हिमांशु कुमार द्विवेदी, लोहिया ग्राम में खराब सड़क निर्माण के लिए आरईएस के अवर अभियंता एसपी सिंह तथा वादों के निस्तारण में रुचि न लेने पर कानपुर देहात के चकबंदी अधिकारी रमेश बाबू को निलंबित किया गया है। औरैया की जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, पीडब्लूडी के जेई आरके गुप्ता, अजीतमल के तहसीलदार देवेंद्र कुमार, एई पीडब्लूडी अर्जुन मिश्रा, कानपुर नगर में सीएसए के निर्माण इकाई के प्रभारी जेके सिन्हा, केसी गुप्ता, सहायक स्थानिक अभियंता विवेकानंद सिंह, उपअभियंता अविनेश चंद्र श्रीवास्तव, संतोष कुमार तथा नरेश बाबू, लेखा प्रभारी महेश कुमार रावत व आलेख कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई, इटावा के बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता आरबी सिंह, एसएचओ इकदिल राधा मोहन द्विवेदी, कानपुर नगर के सीओ कर्नलगंज पीके चावला, सीओ कलक्टरगंज ज्ञानवती तिवारी, एसओ रेल बाजार शाहिद सिद्दीकी तथा एसओ कलक्टरगंज डीपी शुक्ला को चेतावनी दी गयी है। जनता की शिकायत न सुनने तथा विभागीय कार्यो में लापरवाही के आरोप में बर्रा एसओ जयवीर सिंह, फर्रुखाबाद के कंपिल के एसओ आरके सिंह और कन्नौज के एसएचओ तिरहा वीके शुक्ला को पद से हटाने के लिए कहा गया है। जिला उद्योग केंद्र कानपुर के उपायुक्त सुधांशु तिवारी, उपसंचालक चकबंदी इटावा रोशन लाल को प्रतिकूल प्रविष्ट, औरैया के डीपीआरओ ओमप्रकाश राजपूत को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ स्थानांतरण किया गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि विकास कार्यो के साथ किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगली बार वह फिर आएंगे तब जहां भी गड़बड़ी मिली उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। समाजवादी पेंशन के लिए उन्होंने अधिकारियों के सामने 31 दिसंबर तक की डेटलाइन तय की है। उन्होंने कहा कि शहर में विकास कार्यो में तेजी लाई जाएगी। इसके लिए मंडलायुक्त को अधूरे विकास कार्यो का सर्वे कराकर रिपोर्ट देने को कहा है, जिससे धन की कमी को पूरा किया जा सके। कानपुर मंडल में कानून व्यवस्था के सवाल पर कहा कि शतप्रतिशत एफआईआर दर्ज करने व उनका समय से निस्तारण करने के निर्देश दिए गये हैं। इसके बावजूद मंडल में चार हजार से अधिक विवेचनाएं लंबित हैं। आईजी जोन को विवेचनाओं का जल्द से जल्द निस्तारण कराने के लिए कहा गया है।