फर्रुखाबाद:(कायमगंज)जिलाधिकारी ने तहसील दिबस के दौरान जब विधवा की शिकायत पर गौर किया तो पता चला की लेखपाल जेब खर्च के चक्कर में उसका काम नही कर रहा है| जाँच करने पर लेखपाल के दोषी पाये जाने की पुष्टि हो गयी| जिस पर डीएम ने लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया|
जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह के तहसील दिवस में शिकायते सुनने के दौरान प्रार्थनापत्र लेकर क्षेत्र के गांव नियामतपुर भुकुसी की रहने वाली स्वर्गीय इतवारीलाल की विधवा पत्नी धानवती पहुंची। और लेखपाल लेखपाल रवीन्द्र कुमार सगर की करतूत के विषय में जिलाधिकारी को बताया महिला का कहना था कि उसे गांव में सन 1978 में गाटा संख्या 402 का पट्टा मिला था।जिसकी पैमाइश एवं संक्रमणीय श्रेणी मेें दर्ज करने के लिए लेखपाल से कहा किन्तु लालचवश लेखपाल सगर उससे हमेशा यही कहते रहे कि इस नम्बर का भूखंड तो यहां से निकली सडक में समाहित हो गया है।
डीएम ने जरूरी अभिलेख मंगाकर चेक किये तो पता चला की विधवा की बात ठीक है| जिस पर उन्होंने तत्काल लेखपाल को निलंबित करने के साथ ही उसे तहसील अमृतपुर से सम्बद्ध करने के निर्देश दिये|