शाहजहांपुर: संतोष सैनी को शराब के नशे में घर आए दोस्त की प्रेमिका से जोर जबर्दस्ती की सजा मौत के रूप में मिली। ढाई साल बाद दोस्त ने बदला लिया और शराब पिलाने के बाद हत्या करके शव को कांट क्षेत्र के जंगल में दफना दिया। पुलिस की सख्ती के बाद कातिल दोस्त की निशानदेही पर पुलिस ने कंकाल बरामद कर लिया है। उसका दूसरा साथी फरार है।
थाना तिलहर के ग्राम ढकिया परवेजपुर निवासी रामासरे के दो बेटों में 24 साल का संतोष सैनी बड़ा था। संतोष रूद्रपुर में एक प्राईवेट फैक्ट्री में सुपरवाइजर था। दीपावली की छुट्टी में वह घर आया था। संतोष के चार बहनें हैं। जिनमें से बड़ी बहन सुमन की शादी शहर कोतवाली के मोहल्ला अजीजगंज निवासी अनमोल सैनी से हुई है। दीपावली वाले दिन 23 अक्टूबर को संतोष खरीदारी करने शहर आया था। सुबह करीब साढ़े दस बजे वह बहन के घर भी गया। पीछे से उसके पिता रामासरे और छोटा भाई कमल भी आया था। दोनों उसे बहन के ही घर मिले।अजीजगंज मोहल्ले के ही सत्यपाल के पुत्र रिंकू से उसकी गहरी दोस्ती थी। रिंकू उसे अपने दोस्त सर्वजीत के साथ मिल गया। सर्वजीत नवादा इंदेपुर में रहता है। रिंकू कार से था। रिंकू ने पिता रामासरे से कहा कि वह संतोष को साथ ले जा रहा है और शाम को उसे घर छोड़ देगा।
इसके बाद तीनों कार से जलालाबाद के लिए चल दिए। कांट क्षेत्र के जलालपुर में तीनों ने जमकर शराब पी और इसके बाद कार को वहीं बबूल के जंगल में ले गए। जहां दोनों ने मिलकर उसे चाकुओं से गोद दिया। हत्या के बाद उसके ऊपर तेजाब डाल दिया और थोड़ी सी मिट्टी खोदकर शव को वहीं दफना दिया। इसके बाद रिंकू और सर्वजीत वापस लौट आए। इस मामले में पिता ने शहर कोतवाली थाने में अपहरण में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने संतोष के मोबाइल की काल डिटेल व लोकेशन निकलवाई और रिंकू को पकड़ कर पूछताछ की। पूछताछ में रिंकू ने पुलिस को जिन स्थानों पर जाने की बात कही, वह मोबाइल लोकेशन से मेल नहीं खा रही थीं। जिससे पुलिस को शक गहराया। इस बीच सर्वजीत पुलिस को ढूंढ़े नहीं मिला। बीते दिवस एक बार फिर पुलिस ने रिंकू को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछतांछ की। जिस पर रिंकू ने सब कुछ उगल दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कांट क्षेत्र के जंगल से दफनाया गया कंकाल की शक्ल में शव भी बरामद कर लिया।
दोस्त की महबूबा से की थी दुराचार की कोशिश—–
शाहजहांपुर। रिंकू और संतोष की दोस्ती कोई चार साल पहले हुई थी। रिंकू संतोष की बहन की ससुराल के पास रहता था। करीब ढाई साल पहले संतोष तब मोहम्मदी में कुछ काम करता था और मोहम्मदी में ही कांशीराम कालोनी में रहता था। रिंकू की एक प्रेमिका रोजा की रहने वाली है जो बरेली में ब्याही है। रिंकू अपनी इस प्रेमिका को लेकर संतोष के कांशीराम कालोनी स्थित कमरे पर गया था। वहीं दोनों ने पी। रात में शराब के नशे में संतोष ने रिंकू की प्रेमिका से दुराचार की कोशिश की थी।
दोस्त की इस गद्दारी को रिंकू दिल से लगाए रहा और दीपावली वाले दिन मौका पाते ही उसने उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने फोन पर तुरंत अपनी प्रेमिका को संतोष की हत्या कर बदला ले लेने की खुशखबरी दी।
रिंकू को हत्या का कोई अफसोस नहीं——
शाहजहांपुर। रिंकू ने पुलिस के सामने सारी सच्चाई कबूल ली। उसने कहा कि उसे हत्या करने का कोई अफसोस नहीं है। बस अफसोस इस बात का है कि संतोष ने दोस्त होकर ऐसा काम किया था, जो कोई भी बर्दास्त नहीं कर सकता था।