फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली में इस समय जुगाड़ का खेल चल रहा है| जो सस्ता से जुड़ा सिपाही है वह मलाईदार चौकियो पर तैनात है लेकिन जंहा पर कमाई नही वंहा पर डंडा पकड़ने वालो तक का टोटा है| जनता की सुरक्षा राम भरोसे है|
जब से सपा की सरकार आयी तब से पुलिस में समाजबाद गया है| ज्यादातर थानों, चौकियो को केबल एक जाति विशेष के दरोगा ही चला रहे है| लेकिन इसमे सिपाही भी पीछे नही है| सत्ता से रसूख रखने वाले सिपाही जुगाड़ लगाकर कमाऊ चौकियो में डंडा पटकते नजर आ रहे है| कई चौकी सिपाहियो की कमी से जूझ रही है तो कई पर क्षमता से अधिक सिपाही तैनात है|
जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली की पल्ला शहर कोतवाली की पल्ला चौकी पर दस सिपाहियों की जगह है जिसकी जगह पर केबल तीन सिपाही की तैनात है| इसके अलावा रेलबे रोड पर 15 की जगह 6 सिपाही, तिकोना में 15 की जगह सात सिपाही, पांचालघाट पर जिसे कमाऊ चौकी माना जाता है उस पर केबल 10 सिपाहियों की जगह है जिसकी स्थान पर 27 सिपाहियों की तैनाती है| कादरी गेट को भी धन कुबेर चौकी माना जाता है जिस बजह से वंहा 15 सिपाहियों की जगह 24 सिपाहियों की तैनाती है| घोडा नखास पर15 की जगह आठ, आवास विकास में 15 की जगह सात व आईटीआई चौकी में 15 की जगह केबल सात सिपाहियों की तैनाती की गयी है|
कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक हरीश चन्द्र ने बताया की सिपाहियों की तैनाती जिला मुख्यालय से होती है| पांचालघाट व कादरी गेट चौकी पर अधिक सिपाहियों की आवश्यकता पडती है| इस लिये इन चौकियो पर संख्या से अधिक सिपाही तैनात है|