रिश्ते तार-तार: प्रेमी देवर के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतारा

Uncategorized

HTYAA23फर्रुखाबाद: कहते है कि पति-पत्नी का रिश्ता ऊपर वाले के घर से बन कर आता है| अग्नि के सात फेरे लेने के बाद जब दोनों एक दूसरे की जिन्दगी को अपना मान लेते है तो फिर किसी पर शक करने का कोई प्रश्न ही नही उठता| लेकिन अगर दोनों में से कोई धोखा दे जाये और वह भी इतना बड़ा जिसकी कभी स्वप्न में भी कल्पना नही की तब क्याहो ? बीती रात एक प्रेमातुर पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहलेअपने पति को जहर पिलाया और बाद में जब पति विरोध करने के लिये खड़ा हो गया तो पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी| दोनों आरोपियो को पुलिस ने दबोच लिया है|

कोतवाली मोहम्दाबाद क्षेत्र के ग्राम नगला तरा निवासी ब्रजेश पुत्र गंगाविष्णु का विवाह 2009 में कमालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम नगला चाहर निवासी दिव्या के साथ हुआ था| उसके तीन संताने हुई| आठ वर्षीय पुत्री राधा, तीन वर्षीय पुत्र अंकित, सात माह की पुत्री है | ब्रजेश शादी के बाद से नशे का आदी हो गया था| बीते तीन माह से दिव्या का प्रेम प्रसंग परिवारी देवर अंतराम से चलने लगा था| दोनों ने आपस में कई बार शारीरिक सम्बन्ध भी बनाये| इसी बीच उन्होंने ब्रजेश को रास्ते से हटाने की योजना बनायी|
बीती रात तकरीबन 12 जब ब्रजेश गहरी नीद में सो रहा था| तो उसने ने अपने प्रेमी को घर पर बुला लिया| महिला दिव्या ने पहले पति को जहर पिलाने का प्रयास किया| जब वह इसका विरोध करने लगा तो दोनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी| चीख पुकार सुनकर प्रेमी के पिता जाग गये और उन्होंने दोनों को रंगे हाथो पकड़ लिया| पकड़ने के बाद दोनों को घटना स्थल के पास ही पेड़ से बांध दिया गया| प्रेमी के पिता ने ही घटना की जानकारी ग्राम प्रधान को दी| ग्राम प्रधान ने पुलिस को सूचना दे दी| कुछ समय बाद मोहम्दाबाद कोतवाल मौके पर पंहुचे और दोनों को हिरासत में ले लिया|
शराबी पति कि पिटायी से परेशान होकर दिया घटना को अंजाम
पकड़ी गयी हत्यारोपी दिव्या ने बताया कि ब्रजेश रोज शाम को दारू के नशे में घर आकर उसके साथ मारपीट करता था| जिससे वह परेशान हो गयी थी| इसी बीच उसका अंतराम से प्रेम प्रसंग हो गया| प्रेमी ने मुझे अच्छे से जिन्दगी जीने का भरोसा दिया| जिसके बाद हम दोनों ने घटना को अंजाम दिया| हम केबल जहर देना चाहते थे, लेकिन दारू का नशा कम होने के कारण उसने इसका विरोध किया तो उसकी गलादबाकर हत्या करनी पड़ी|