फर्रुखाबाद: प्रधान और पूर्व प्रधान दोनों की अस्तीने तनी हुई थी| पट्टों के आवंटन में घपले के मामले एक दूसरे पर आरोप लगाने के बाद देख लेने की धमकी तक पहुंच गया| जिले के प्रभारी सचिव तमाशा देख दंग थे| मामला संगीन देख सचिव ने पुलिस से जनता दरबार में दखल देने को कहा और दोनों प्रधान अलग अलग किये गए| हकीकत सचिव को भी देखने को मिली कि अगर जिले स्तर के अधिकारी सब कुछ ठीक करते तो ये धींगामुश्ती उन्हें देखने को न मिलती| बिना आंकड़े के पहुंचे सीडीओ साहब भी डांट खा गए| ग्राम सचिव ने प्रदेश से भेजे गए सचिव को मनरेगा का वर्ष 2013-14 का आंकड़ा नहीं दिखाया तो नहीं दिखाया| ग्राम सचिव 2012-13 के आंकड़ों से ही प्रभारी सचिव संजय प्रसाद को बहला गया| तमाम खामिया मिलने के बाबजूद दंतविहीन बड़े साहब मीडिया को सब कुछ ठीक ठाक मिलने की बात कहकर मुख्यालय से विदा हो गए|
ब्लाक शमसाबाद के ग्राम पंचायत भिडौर के गांव लोहपानी में लगी चमकदार चौपाल तब फीकी पड़ गयी जब जिले प्रभारी सचिव संजय प्रसाद के सामने पूर्व प्रधान फेरु सिंह ने आरोप जड़ा की वर्तमान प्रधान ने भूमिहीनों की जगह जमींदारो को पट्टे आवंटित कर दिए है| प्रधान ने हड़काते हुए पूर्व प्रधान को चुप कराने की पुरजोर कोशिश की मगर कामयाब नहीं हुआ| मामले की आवाज सचिव संजय प्रसाद के कानो तक पहुचाने में पूर्व प्रधान कामयाब हो ही गया| लिहाजा संजय प्रसाद ने पट्टों की पुनः जाँच के आदेश दे दिए| अब जिस प्रधान ने चकाचक पंडाल लगवाया हो उसके खिलाफ कुछ हो पायेगा इस पर शक होना वर्तमान व्यवस्था में लाजिमी ही है|
तहसील के विविध देय रजिस्टर में कम बसूली देख भडके सचिव
गांव का निरीक्षण करने के बाद सचिव ने तहसील सदर का भी निरीक्षण किया| इस दौरान उन्होंने अमीनो के विविध देय रजिस्टर चेक किये| अमीन जवर सिंह, कप्तान सिंह, दिनेश चन्द्र दुबे आदि के बसूली रजिस्टर चेक करने के दौरान उन्हें कम बसूली होने की जानकारी हुई| जिसके बाद उन्होंने तहसीलदार राजेन्द्र चौधरी से बसूली में तेजी लाने को कहा|
इस दौरान एडीएम् मनोज सिंघल, सी एमओ राकेश कुमार, एसडीएम कायमगंज भगवानदीन वर्मा के आलावा नायब तहसीलदार मनोज कुमार आदि मौजूद रहे|
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