प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना स्टैचू ऑफ यूनिटी का निर्माण का ठेका आज गुजरात सरकार द्वारा अग्रणी इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ( एलएंडटी) को दिया गया। स्टैचू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे उंची प्रतिमा होगी।
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने कहा कि सरदार पटेल की 182 मीटर उंची प्रतिमा का निर्माण 2,979 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। उन्होंने एक समारोह में प्रतिमा निर्माण का ठेका एलऐंडटी को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस विशाल प्रतिमा का निर्माण चार साल में पूरा होगा और इस पर 2,979 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसका ठेका देश की अग्रणी निर्माण कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो को दिया गया है।’
उन्होंने कहा, 1,347 करोड़ रुपये मुख्य प्रतिमा पर खर्च किए जाएंगे जबकि 235 करोड़ रुपये प्रदर्शनी हॉल और सभागार केंद्र पर खर्च होंगे। वहीं 657 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अगले 15 साल तक ढांचे के रखरखाव पर खर्च किए किए जाएंगे। 83 करोड़ रुपये पुल के निर्माण पर खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 182 मीटर ऊंचे स्टैचू ऑफ यूनिटी का आकार न्यू यॉर्क के 93 मीटर उंचे स्टैचू ऑफ लिबर्टी से दोगुना है।[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]