फर्रुखाबाद: तकरीवन तीन वर्ष पहले गस्त के दौरान पुलिस पर बदमाशो ने जान लेवा हमला करते हुये फायरिंग कर दी थी| जिसमें सिपाही रामवीर यादव की मौत हो गयी थी| जबकि दरोगा बन्नी सिंह गम्भीर रूप से घायल हो गये थे| घटना के सम्बन्ध में पुलिस ने ढाई हजार रूपये ईनामी बदमाश मैनपुरी के कुड़ीया निवासी राजवीर उर्फ़ टिंकू को स्वाट टीम ने दबोच लिया|
विदित है की 17 दिसम्बर 2011 को थाना मोहम्मदाबाद में उपनिरीक्षक बनी सिंह हमराही आरक्षी रामवीर सिंह के के साथ गश्त पर ग्राम कुडियानी व बिहार के मध्य सड़क पर थे। रात्रि पौने आठ बजे बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर हमला बोल दिया। बदमाशों की गोली से उपनिरीक्षक बन्नी सिंह के हमराही कान्सटेबिल 565 ना0पु0 रामवीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं उपनिरीक्षक बनी सिंह को गंभीर रूप से घायल कर उनकी सरकारी पिस्टल संख्या एचपीजेड 425 व 10 कारतूस, एक मोबाइल भी छीन लिया गया था|
पांच माह बाद बरामद हुई थी दरोगा की पिस्टल
घटना के लगभग पांच माह बाद सिपाही रामवीर के हत्यारे नन्दा उर्फ नन्दराम यादव पुत्र रमेश चन्द्र यादव निवासी जिलई थाना बेबर, मैनपुरी को बाइक पर धीरपुर से पखना जाते समय पिस्टल सहित गिरफ्तार कर लिया गया था । पूछताछ में नंदराम ने बताया था कि वह पिस्टल को बेचने के लिए जा रहा था। नंदराम के साथ गिरफ्तार किये गये अभियुक्त ने अपना नाम प्रभाकर यादव पूर्व प्रधान चन्दनपुर पुत्र केदार सिंह निवासी ग्राम चंदनपुर को भी गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त नंदराम उर्फ नंदा पर पुलिस महानिरीक्षक कानपुर ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
अभियुक्तों को धारा 394/302/411/120बी व 25/26 आर्म्स एक्ट के तहत कोतवाली मोहम्मदाबाद में अभियोग पंजीकृत कराकर जेल भेज दिया गयाथा । तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने एसओजी/सर्विलांस टीम को नगद धनराशि से पुरस्कृत किया है।
वही उसी घटना में फरार चल रहे टिंकू ठाकुर को स्वाट टीम ने कचेहरी तिराहे से दबोच लिया|
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