फर्रुखाबाद: लोक सभा चुनाव में मिली बम्पर जीत के बाद जिले की भारतीय जनता पार्टी की संगठनात्मक गतिविधिया ठप्प है| कोई किसी में मस्त है तो कोई किसी में| लेकिन पार्टी के अन्दर आने वाले नये जिलाध्यक्ष के पद के लिए जोर अजमाइस शुरू हो गयी है| दावेदार अपनी-अपनी तरह से जुगाड़ करने में लग गये है| वही आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदार अपनी पसंद का जिलाध्यक्ष बनवाने की जुगत में लग गये है| हालांकि भाजपा संगठन में नये जिलाध्यक्ष को बनने में अभी काफी समय है| किन्तु भाजपा की पांच वर्षीय समान्य सदस्यता की अबधि इस वर्ष दिसम्बर माह में समाप्त हो रही है| इस लिए नही सदस्यता इसी वर्ष नवम्बर माह में प्रारम्भ होने की सम्भावना है| सदस्यता के बाद जिला संगठन का गठन होगा|
जनपद के भारतीय जनता पार्टी में विवादों का पुराना नाता है| जिलाध्यक्ष के पद के लिए पूर्व में ही काफी खीचतान होती रही| फ़िलहाल आने वाले चुनाव व उसमे खड़े होने वाले प्रत्याशी के ऊपर बहुत कुछ निर्भर करता है| जादा तर जिलाध्यक्ष उन्ही की शिफारिश पर बनते रहे है| पूर्व में हुए लोक सभा चुनाव से पहले जिलाध्यक्ष पद पर चुनाव कराने की बात की जा रही थी| किन्तु अंत में जिलाध्यक्ष पद पर दिनेश कटियार का मनोनयन किया गया था| इसके पीछे वर्तमान सांसद, डॉ रजनी सरीन व डॉ राजेश्वर सिंह खुलकर वही कुछ लोग अन्दर ही अन्दर दिनेश कटियार के मनोनयन के पक्ष में थे| दिनेश कटियार के मनोनयन में तत्कालीन संघ के विभाग प्रचारक एवं अजय कनौजिया एवं संघ के स्थानीय कुर्मी पदाधिकारी भी उनके पक्ष में रहना बताया जाता है|
इस बार जिलाध्यक्ष पद पर चुनाव होगा या मनोनयन यह अभी तय नही है| किन्तु इतना तय है की इस बार जिलाध्यक्ष पद पर चयनित व्यक्ति की आगामी 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका होगी| जिसको लेकर टिकट के दावेदारों ने दिल्ली से लखनऊ तक अपने चहेते व्यक्ति को जिलाध्यक्ष पद पर बैठाने के लिए शतरंज की तरह गोटे विछाना शुरू भी कर दी है|
वही बीजेपी अन्दर खाने के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताविक जिलाध्यक्ष पद के लिए वर्तमान महामत्री प्रदीप सक्सेना,महामंत्री विमल कटियार, जिलाउपाध्यक्ष रुपेश गुप्ता, जिलाउपाध्यक्ष प्रभात अवस्थी, जिलाउपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राठौर आदि के नाम इस दौड़ में दौड़ रहे है| लेकिन वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर से निचले स्तर तक संघ की भूमिका को देखते हुए जनपद में भी जिलाध्यक्ष पद पर किसी संघ प्रष्ठभूमि के व्यक्ति के मनोनयन की भी सम्भावना हो सकती है| फ़िलहाल इस पर किसी कोई कुछ बोलने को तैयार नही|
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