चेन्नई: मोदी सरकार में मंत्री मेनका गांधी की वजह से बीजेपी असहज स्थिति में आ गई है। बीजेपी अब खुद को मेनका से अलग करते हुए कह रही है कि जया को लिखी चिट्ठी निजी थी। यह पार्टी की लाइन नहीं है। मेनका की जया को भेजी चिट्ठी में जो बात कही गई है वह भले बीजेपी की लाइन नहीं है लेकिन पार्टी को तमिलनाडु में जोर का झटका लगा है।
तमिलनाडु में एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता के सियासी भविष्य संकट में पड़ने के बाद बीजेपी वहां उभरने के लिए जमीन तलाश रही है। बीजेपी के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वहां कोई दमदार नेता नहीं है। इसी कमी को पूरा करने और जया के जनसमर्थन को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए बीजेपी तमिल सुपरस्टार रजनीकांत को साथ लाने की कोशिश में लगी है। लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी रजनीकांत से मिलने भी गए थे। तमिलनाडु की राजनीति में यह सवाल फिलहाल लोगों के बीच उठ रहा है कि रजनीकांत बीजेपी में कब शामिल होंगे।
सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा, ‘हम देश भर से अच्छे लोगों को पार्टी में शामिल करना चाहते हैं। अच्छे लोगों से पार्टी जॉइन करने का आग्रह करते हैं। जाहिर है इन अच्छे लोगों में सुपरस्टार रजनीकांत भी हैं। मैंने कभी नहीं कहा है कि रजनीकांत बीजेपी किसी खास तारीख को जॉइन कर रहे हैं। बीजेपी आम आदमी से लेकर ऐक्टर्स तक सभी को पार्टी में शामिल करना चाहती है।’
मोदी सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता को जेल से छूटने के बाद उनके समर्थन में चिट्ठी भेजी है। मेनका ने जयललिता को आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराए जाने के बावजूद लिखा है कि उन्हें उम्मीद है कि वह राज्य की प्रशासनिक जिम्मेदारी जल्द संभाल सकेंगी। इस पर राव ने कहा कि यह कोई पार्टी का नीतिगत बयान नहीं है न ही मेनका की चिट्ठी से अदालती कार्यवाही प्रभावित होती है।
मेनका ने जया को ऐसे वक्त में खत लिखा है जब बीजेपी तमिलनाडु में एआईएडीएमके और डीएमके का विकल्प बनने की कोशिश में लगी है। इस पर राव ने कहा कि मेनका गांधी ने जया को पर्सनल चिट्ठी लिखी है। उन्होंन कहा कि प्रदेश में हम विपक्ष में हैं और यही हमारी पार्टी की पहचान है।
बीजेपी तमिलनाडु में पैर जमाने की हर कोशिश कर रही है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के बाद बीजेपी तमिलनाडु को आजमाना चाहती है। राव ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत के बाद हमारा पूरा फोकस साउथ इंडिया में है। इस कड़ी में हम सबसे पहले तमिलनाडु में अपनी ऊर्जा लगाना चाहते हैं।