फर्रुखाबाद: केंद्रीय ग्रामीण विकास, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री नितिन गडकरी ने 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रत्येक गांव को हर साल 20 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के उद्देश्य के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत के पास धन जमा रहेगा। गडकरी मंत्रालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय के कार्यालय परिसर में झाड़ू लगाई और कचरा साफ करने के अभियान का जायजा लिया।
मंत्री पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मंत्रालयों द्वारा अन्य सफाई उपायों के अलावा पांच साल में देश में तकरीबन 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए 1,34,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
इससे पहले, इंडिया गेट के लॉन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महात्मा गांधी की जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत के अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री गडकरी ने कहा कि स्वच्छता मिशन केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे अगले पांच सालों में खुले में शौच करने से देश को पूरी तरह मुक्ति दिलाने के जन अभियान के रुप में परिवर्तित करना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि इस अभियान को केवल गांवों और ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनाने तक ही सीमित नहीं किया जाएगा बल्कि अगले पांच सालों में वास्तव में स्वच्छ भारत बनाया जाएगा। गडकरी ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया कि 2 अक्तूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाए जाने तक स्वच्छ भारत अभियान एक हकीकत होगा।
मंत्री ने जोर दिया कि ग्रामीण भारत में विभिन्न प्रकार की जैविक-खाद और ऊर्जा के रूप में कचरे को धन में परिवर्तित करने के लिए तकनीक का बड़े स्तर पर प्रयोग किया जाएगा। गडकरी ने बताया कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए हर ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के अलावा ग्रामीण आबादी और गैर सरकारी संगठनों, धर्मगुरुओं, स्कूली बच्चों और शिक्षकों के सहयोग से युद्ध स्तर पर कार्यान्वित किया जाएगा।