नई दिल्ली: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की मुश्किल बढ़ गई हैं। आय से ज्यादा संपत्ति मामले में जयललिता पर आज कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषी करार दिया है। इस फैसले के बाद जयललिता को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा।
गौरतलब है कि सुप्रीमो जयललिता पर आय से ज्यादा संपत्ति रखने का आरोप है। डीएमके ने 1996 में जयललिता, उनकी सहयोगी शशिकला और उनके गोद लिए हुए बेटे वी एन सुधाकरन पर केस दर्ज कराया था।
डीएमके का आरोप था कि 1991 से 1996 तक जयललिता के मुख्यमंत्री रहते कई गड़बड़ियां हुई। उनका दावा था कि वो हर महीने एक रुपये वेतन लेती हैं तो उनकी संपत्ति करोड़ों रुपये की कैसे हो गई। 18 साल पहले जब जयललिता के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था, उस समय वे पहली बार मुख्यमंत्री बनीं थी।
इस दौरान उन्होंने अपने वेतन से मात्र एक रुपये लेने का ऐलान किया था। इसके बावजूद बाहरी स्रोतों से उनपर 66 करोड़ से अधिक रुपये जमा करने के आरोप लगये गए इतना ही नहीं भारत के कई बड़े शहरों में उनके नाम से और उनके अपनों के नाम होटल होने का भी दावा किया गया, साथ ही विदेशों में भी जयललिता के नाम होटल होने की बात कही गई।