फर्रुखाबाद: नवरात्र में दुर्गा माँ की बड़ी बड़ी मूर्तियाँ लगाने वाले देवी भक्तों के लिए बुरी खबर है| गणेश विसर्जन की भांति ही जिला प्रशासन नवरात्र में भी मूर्तियों को गंगा में विसर्जित करने की अनुमति नहीं देगा| भक्तों को प्रतिमाओं का भूविसर्जन ही करना पड़ेगा| साथ ही कोई भी मूर्ति सिंथेटिक पदार्थों व प्लास्टर ऑफ़ पेरिस की बनी हुईनहीं लाई होगी| सिंथेटिक पदार्थों से मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकारों के खिलाफ जिला प्रशासन अभियान चलाकर कार्रवाई करेगा|
गंगा स्वच्छता एवं मूर्तियों के भूविसर्जन के सम्बन्ध में सोमवार शाम को एनआइसी फतेहगढ़ में वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई| जिसमे मुख्य सचिव अलोक रंजन ने जिले के आला अफसरों को गंगा में मूर्ति विर्सजन पर कड़ाई के साथ रोक लगाने का आदेश दिया| मुख्य सचिव ने गंगा स्वच्छता को लेकर स्थानीय स्तर पर हुई प्रगति के सम्बन्ध में जिलाधिकारी एनकेएस चौहान से पूंछतांछ की| वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल ने बताया कि मुख्य सचिव ने गंगा में मूर्ति विसर्जन पर कड़ाई के साथ रोक लगाने का आदेश दिया है| यह कार्रवाई हाईकोर्ट के 18 अगस्त के आदेश के क्रम में की जा रही है| शासन को इस सम्बन्ध में कोर्ट में अपना शपथ पत्र भी प्रस्तुत करना है| उन्होंने बताया कि सिंथेटिक अथवा प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से बनी प्रतिमाओं के प्रयोग पर रोक लगाई गई है| इस तरह की मूर्तियाँ बनाने वाले मूर्तिकारों के खिलाफ भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी| मिटटी और घास फूस की प्रतिमाओं को भी गंगा में प्रवाहित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी| वीडियो कांफ्रेंसिंग में पुलिस अधीक्षक कृपाशंकर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक रामभवन चौरसिया भी मौजूद रहे|