फर्रुखाबाद: बीते तकरीवन दो वर्ष पूर्व सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में हुई बंदी रक्षक भर्ती प्रक्रिया में एक बार फिर से ग्रहण लग गया है| बीते दिनों से जेल में भर्ती से सम्बन्धित अभ्यर्थियों को मौखिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था| लेकिन भर्ती प्रकिया पर रोक लग जाने की जानकारी होने पर भीड़ ने जेल गेट पर जमकर हंगामा किया और जेल अधीक्षक के आवास पर भी प्रदर्शन किया|
दरअसल वर्ष 2011-12 में जेल में तकरीवन 275 पदों पर बंदी रक्षको के पदों पर आवेदन मांगे गये थे| जिसके बाद सभी चयनित अभ्यर्थियों का शारीरिक परिक्षण के साथ साथ लिखित परीक्षा भी हो गयी थी| भर्ती बसपा सरकार में हो रही थी| इसके कुछ दिन बाद प्रदेश सरकार बदल गयी | प्रदेश में सपा की सरकार बन गयी और भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गयी थी| तब से उस पर रोक ही लगती चली आ रही थी| जिस पर पुन: रोक हटाने से अभ्यर्थियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी|
जिसके चलते केन्द्रीय कारागार अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला के तरफ से सभी अभियार्थियो बंदी रक्षक समवर्ग की भर्ती प्रक्रिया के लिए 15,16 व 18 सितम्बर को मौखिक परीक्षा हेतु बुलाया गया| लेकिन फिर अचानक जेल के मुख्य गेट पर एक नोटिस चस्पा कर दिया गया की भर्ती प्रक्रिया अपरिहार्य कारणों से अग्रिम आदेशो तक स्थागित कर दी गयी|
लेकिन 16 सितम्बर को सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ पर दर्जनों अभ्यर्थियों एकत्रित हो गये जब उन्हें भर्ती प्रक्रिया पर रोक की खबर मिली तो अभ्यर्थियों आक्रोशित हो गये और उन्होने जेल अधीक्षक का आवास घेर लिया| लेकिन जेल अधीक्षक के लखनऊ में होने पर मुलाकात नही हो सकी| जिससे अभ्यर्थियों ने जेल गेट पर हंगामा कर दिया| अभ्यर्थियों सुरेन्द्र पुत्र वेदप्रकाश, शेरसिंह पुत्र बाबूराम, विश्वनाथ पुत्र प्रताप सिंह ने बताया की जेल विभाग भर्ती करना ही नही चाह रह है| जिसके चलते अधिकारी भी आँख मिचौली खेल रहे|