फर्रुखाबाद: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के फरमान से जनपद के सभी एबीएसए में हडकंप मचा है| बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीते तीन वर्षो का हिसाब किताब मांग दिया है| जिससे अब एबीएसए सभी दस्तावेज़ दुरुस्त करने में लग गये है| वर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पूर्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है|
दरअसल बेसिक शिक्षा अधिकारी योगराज सिंह ने एबीएसए को लिखित में फरमान जारी किया है की वह बीते तीन वर्षो में कराये गये प्रशिक्षण व बीआरसी केन्द्रों की रंगाई-पुताई, अधूरे अतिरिक्त कक्षा कक्ष, बीआरसीओ द्वारा किया गया टीएलएम का प्रयोग आदि का के आबंटित वजट के सापेक्ष खर्च का व्योरा तलब किया है तथा तत्कालीन खण्ड शिक्षा अधिकारियो व व्लाक सह समन्वयको के नाम नोटिस जारी किया है| कु मिलकर 35 लोगो को नोटिस दिया गया है दरअसल गत दिनों नगर संसाधन केंद्र व व्लाक संसाधन केंद्र बढ़पुर पर चल रहे शिक्षा मित्र प्रशिक्षण में निरिक्षण करने पंहुचे बीएसए को भरपूर खामिया मिली थी| बेसिक शिक्षा अधिकारी के तेबर से तत्कालीन खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने चहेते अध्यापको से संपर्क कर अपने द्वारा की गयी घपले वाजी को कागजी कफ़न उड़ाने की तैयारी करने में दिन रात लगे हुए है|
एक पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के आस पास मडराते देखे गये| वैसे बेसिक शिक्षा कार्यालय में फरमान जारी होना कोई नही बात नही मगर बेसिक शिक्षा अधिकारी गड़े मुर्दे क्यों उखाड़ रहे है यह प्रश्न खड़े कर रहा है|