फर्रुखाबाद: पैगम्बरे इस्लाम, मोहम्मद सल्लाहो अलहै वसल्लम के रोज़ा-ए-अकदस को किसी अनजान स्थान पर स्थानांतरित किये जाने के विरोध में शहर भर के मुसलामानों ने सोमवार को सउदी अरब के बादशाह के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया| मुस्लिमों ने बादशाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| मुसलमानों ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि वह उन लोगों की भावना के अनुरूप सउदी सरकार से बात कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाए|
सउदी अरब में मदीना शरीफ स्थित पैगम्बरे इस्लाम, मोहम्मद सल्लाहो अलहै वसल्लम के रोज़ा-ए-अकदस को वहाँ की सरकार ने किसी अनजान स्थान पर ट्रान्सफर करने की योजना तैयार की है| जिसके चलते मुसलमानों में जबरदस्त आक्रोश है| सउदी अरब सरकार के इस कदम के खिलाफ शहर के मुसलमान सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर एकत्र हुए| मुसलमानों ने अरब के बादशाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| मुस्लिम नेताओं ने भारत के राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को देकर कहा कि रोजा अकदस को स्थानांतरित करने के सम्बन्ध में 63 पेज का मसौदा तैयार करने वाले मुफ़्ती अली बिन अब्दुल अजीज सबल को सउदी सरकार तत्काल फांसी की सजा सुनाए| सउदी सरकार भारत को आश्वासन दे कि इस तरह की कोई भी योजना अमल में नहीं लाई जाएगी| साथ ही अरब सरकार दुनिया भर के मुसलामानों का दिल दुखाने वाले मुफ़्ती अली बिन अब्दुल अजीज सबल को क्या सजा देगी, इसका एलान करे| इस दौरान अनस सिद्दीकी, मुफ़्ती शमशाद चतुर्वेदी, मौलाना नूरी, अजीजुल हक ग़ालिब मियां, मुज़फ्फर हुसैन, कारी मुख्तार आलम, मौलाना हम्माद, प्यारे मियां साहब, अब्दुल मुबीन नूरी, अली दराज़, आकिल खान, कलम आजाद, असलम शेर खां, असलम कुरैशी, हसीन भाई, मौलाना शाहिद रजा, अनवर जामल, हाफिज शहजाद, डॉ महफूज़, मुफ़्ती इमामी, मसरूर अहमद, रज़ी अहमद, आबिद मंसूरी, नौशाद हुसैन आदि मौजूद रहे|