फर्रुखाबाद: सुबह-सुबह प्रभात फेरी में शामिल होने आये बच्चों के हांथो में प्लास्टिक का झंडा देख कई लोग दंग रह गये| क्योंकी जिलाधिकारी ने लिखित में फरमान जारी किया था की झण्डे की गरिमा प्रभावित ना हो इसके लिए किसी भी कीमत पर प्लास्टिक का तिरंगा झण्डा प्रयोग नही किया जाएगा|
बाजारों में तो दो दिन पहले से ही तिरंगे की बिक्री शुरू हो गयी थी| वही प्लास्टिक के झण्डे को तो दुकानदारों ने अपने काउंटर पर सजा रखा था| जिससे झण्डो की बिक्री तो बढ़ रही थी और डीएम कई आदेश की भी खुले में धज्जियाँ उडायी जा रही थी| जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह राठौर ने 13 अगस्त को ही लिखित रूप से आदेश जारी किया गया था| जिसमे गृह मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा निर्देशित किया गया था की कई एक अवसरों पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के अपमान अथवा असम्मान की शिकायत मिली है| जिसमे विभिन्य अवसरों पर प्लास्टिक के झण्डे का प्रयोग कर सड़क पर फेंक देते है वह जैविक रूप से नष्ट नही होता है इससे झण्डे की गरिमा प्रभावित होती है|
जिलाधिकारी ने पूर्ण रुप से प्लास्टिक के झण्डे पर रोक लगा दी थी लेकिन रोक केवल कागजो में ही लगी| जिस आदेश की प्रतियाँ विभिन्य सरकारी विभागों में भेजी गयी| इसके बाद भी कही भी इस आदेश का पालन नही किया गया| सुबह ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम में प्रभात फेरी को रबाना करने पंहुचे एडीएम मनोज सिंधल ने जब रैली को रवाना किया तो दर्जनों छात्र प्लास्टिक के झण्डे बच्चे लिए हुए खड़े थे| [bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]