फर्रुखाबाद: जिस विभाग की करतूत देश के किसान पिछले २०० सालो से झेल रहे है उस विभाग ने एक अदद नया राष्ट्रीय झंडा भी खरीदना मुनासिब नहीं समझा| जिस विभाग में रिश्वतखोरों की बहुतायत है उस विभाग के कर्मचारियों और अफसरों को यह भी शर्म नहीं आई कि जिस देश के गरीब किसानो की कमजोरी (जागरूकता और शिक्षा) के कारन उन्होंने अपने महल खड़े कर लिए है उनके ही सम्मान के लिए एक अदद नया राष्ट्रीय ध्वज खरीद लेते| सबूतो की जरुरत नहीं, गाव के गरीब किसान से लेकर साहूकारों तक को और सरकार को भी मालूम है कि चकबंदी विभाग में क्या क्या कारनामे होते है| यहाँ घपले घोटालो को छिपाने के लिए पुराने दस्ताबेज फूक (एक साल पहले फतेहगढ़ में फूके गए थे) दिए जाते हो वहां भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा का क्या कहना|
जहानगंज के सीओ चकबंदी कार्यालय पर जो झंडा फहराया गया वो इस बात की गवाही दे रहा है कि बेशर्मी की चादर कितनी मोती होती है| हजारो रुपये लेकर किसानो की जमीनो को इधर से उधर करने वाले अपने कार्यालय (तस्वीर में देखे) पर जो झंडा फहरा रहे है वो पुराना और फटा हुआ झंडा है| इस झंडे में कई छेद है| मगर लगता है कि बेशर्मो को न तो अपने राष्ट्र से प्रेम है और न ही किसी सरकार और अफसर का डर| [bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]