फर्रुखाबाद:(कायमगंज) अपनी तेजतर्रार छवि के लिए जाने जाने वाले जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार चौहान ने तहसील दिवस में चेतावनी देते हुए कहा कि अब लापरवाह राजस्व कर्मचारियों के खिलाफ निलम्बन की कार्यवाही की जायेगी। साथ ही उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारियों को आदेश दिया कि जमीन के बैनामे के समय बिलेख के साथ पक्षकारों व गवाहों के पहचानपत्र प्रस्तुत किया जाना जरूरी है। ताकि फर्जी ढंग से अनाधिकृति व्यक्ति दूसरे की जमीन का बैनामा न कर सके।
उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों की भी खूब खबर ली। गांव भकुसा निवासी स्व०रामनरेश की पत्नी जयदेवी ने शिकायत की कि उसके पति व दो भैंसों की मौत 8 अगस्त को उस समय हो गई थी, जब वह खेत में जानवर चरा रहे थे। खेत के ऊपर से गुजरी बिजली की झूलती लाइन का तार लटक रहा था। जिसकी चपेट में आकर यह हादसा हुआ था। मेरी शिकायत पर अधीक्षण अभियन्ता ने 11 जनवरी को आदेश जारी किया था कि मेरे पति की मौत पर मुझे एक लाख रूपया तथा दोनों भैंसों का दस हजार रूपया क्षतिपूर्ति के रूप में सम्बन्धित अबर अभियन्ता के वेतन से दिलाया जाए।
लेकिन लापरवाह अधिकारियों ने आज तक मुझे यह क्षतिपूर्ति प्रदान नहीं की। महिला की व्यथा सुन जिलाधिकारी नाराज हुए तथा अधिशाषी अभियन्त सूर्य प्रताप विश्वकर्मा को जमकर लताड़ा। कहा कि अब यह कार्य शीघ्र किया जाए तथा मुझे कार्यवाही से अबगत कराया जाए। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्युत के चलते पेयजल व्यवस्था बाधित नहीं होनी चाहिए। यदि ऐसा हुआ सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही तय है। शिकायत की गई कि गांव पिलखना की पेयजल आपूर्ति ठप चल रही है तो इस बाबत उन्होंने जलनिगम के इंजीनियर से पूंछा, तो उसने कहा कि मैंने ठेकेदार को इस सम्बन्ध में पत्र लिखा है। जिलाधिकारी ने कहा कि पत्राचार नहीं चलेगा, काम होना चाहिए।
गांव मऊरशीदाबाद तथा कमुरूद्दीननगर के लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही की शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियन्ता को लताड़ लगायी। नगर के संजय गंगवार ने शिकायत की कि उन्होंने अपने प्रतिष्ठान पर एक निजी बैंक खुलवायी है। लेकिन 2 महीने से चक्कर लगाने के बावजूद विद्युत विभाग ने अब तक कनेक्शन नहीं दिया। जिलाधिकारी ने एसडीओ को निर्देश दिये, कि आज शाम तक बैंक को कनेक्शन मिल जाना चाहिए। तहसील दिवस में जिलाधिकारी ने सर्वशिक्षा अभियान, छात्रवृत्ति की जानकारी ली। इस मौके पर जिलाधिकारी ने शासन की महत्वाकंाक्षी कामधेनु योजना के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने लेखपालों को निर्देश दिये कि वह पात्र किसानों को चिन्हित करें। उन्होंने बताया कि मिनी कामधेनु योजना के तहत पात्र व्यक्ति के पास 13 लाख रूपये तथा पशुशाला के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। ३९ लाख रूपये उसे लोन दिया जायेगा। भैंसों की संख्या पचास होगी।
उन्होंने बताया कि कामधेनु योजना के तहत पात्र किसान के पास ३० लाख रुपये होने चाहिए तथा पर्याप्त जगह भी हो। चयनित किसानों को ९० लाख रूपये का ऋण दिया जायेगा। उन्होंने इस योजना के अधिकारी पुष्पकुमार से कहा कि वह जिला विद्यालय निरीक्षक से मिले और उन्हे इस योजना के बारे में बताये ताकि सेवानिवृत शिक्षक इस योजना का लाभ उठा सकें। जिलाधिकारी ने इसी योजना से जुड़े अधिकारी पुष्प कुमार को इसलिए हड़काया कि उसने इस योजना के इच्छुक एक व्यक्ति को यह कहा था कि पहले बैंक से लोन के बारे में पूछ कर आओ। जिलाधिकारी ने साफ लहजे में कहा कि जो बैंक इस योजना के तहत ऋण नहीं देगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।