पढ़ें: कैसे पकड़ा गया ज्योति का कातिल पति?

Uncategorized

jyotika_katilकानपुर: कानपुर में करोड़पति बहू के कत्ल के बाद सनसनी फैल गई थी। ज्योति का पति पीयूष लगातार कह रहा था कि उसकी पत्नी का अपहरण कर हत्या की गई है। आखिरकार पुलिस ने पीयूष के झूठ की पोल खोल दी। पुलिस ने साफ कर दिया कि ज्योति की हत्या के पीछे उसके पति पीयूष का ही हाथ है। आपको बताते हैं कि आखिर उस रात हुआ क्या था।
उत्तर प्रदेश का औद्योगिक शहर कानपुर। इस शहर में रात में भी खासी गहमागहमी रहती है। वो ऐसी ही एक रात थी जब कानपुर शहर के करोड़पति सामदसानी परिवार की बहू ज्योति का कत्ल हो गया। कातिलों ने ज्योति का बड़ी बेरहमी से कत्ल किया था। हाईप्रोफाइल मामले शहर में सनसनी मचते देर नहीं लगी। दरअसल, सामदसानी परिवार के बेटे पीयूष का दावा था कि बाइकसवार गिरोह ने सरे राह उसकी कार रोक कर-उसकी पत्नी का अपहरण कर लिया था। पीयूष के इस दावे से शहर की कानून-व्यवस्था तक पर सवाल उठने लगे थे।
दिन–रविवार, वक्त-रात के करीब 11:30 बजे, जगह-कानपुर के रैना मार्केट का एक रेस्टोरेंट। पीयूष के दावे के मुताबिक कानपुर के रैना मार्केट के एक रेस्टोरेंट से वो पत्नी के साथ डिनर करने के बाद अपने घर की तरफ निकला था तभी बाइकसवार गिरोह ने उसकी पत्नी का अपहरण कर लिया। पुलिस को जैसे ही इस हाईप्रोफाइल अपहरण कांड की इत्तला मिली-फौरन शहर की नाकेबंदी कर दी गई। आखिरकार, घटना के करीब पौने दो घंटे के बाद पीयूष की कार को पुलिस ने कानपुर के पनकी इलाके से बरामद कर लिया-लेकिन जैसे ही पुलिसवालों ने कार के भीतर झांका उनके होश उड़ गए। कार के भीतर पड़ी थी पीयूष की पत्नी ज्योति की लाश।

ज्योति की हत्या जिस बेरहमी से हुई थी उसने शुरू से ही पुलिस को चौंका दिया था। अब पुलिस को लगने लगा था कि कातिल जो भी था उसने लूट के बजाए कत्ल करने के इरादे से ही ज्योति पर हमला किया था, वो भी काफी गुस्से में। ज्योति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति के जिस्म पर कुल 17 जख्म मिले। अकेले 11 वार गर्दन पर किए गए थे। 2 जख्म कमर पर थे। एक माथे पर और 2 वार पेट पर किए गए थे। यही नहीं ज्योति की दाहिने हाथ की अंगुली भी कटी हुई थी।

कत्ल के नजरिए से जांच शुरू हुई तो शक सीधे ज्योति के पति पीयूष की तरफ चला गया। दरअसल पीयूष अपहरण की जो कहानी सुना रहा था उसमें छेद ही छेद नजर आ रहा था। पहला सवाल ये उठ रहा था कि पीयूष ने वारदात की जानकारी सीधे पुलिस को देने के बजाए अपने रिश्तेदारों को क्यों दी। पुलिस को मामले की जानकारी देने में एक घंटे की देरी क्यों की गई।

पीयूष के बयान की गहराई से जांच शुरू हो चुकी थी। पुलिस के लिए अब वो कत्ल के मुख्य संदिग्ध हो चुका था। शक की वजह ये भी थी कि अगर पीयूष के दावे के मुताबिक हत्यारों ने उससे मारपीट की थी तो पीयूष के जिस्म पर चोट के निशान क्यों नहीं थे? जब ज्योति को जबरन ले जाने लगे बदमाश तो उसने उन्हें कैसे ले जाने दे दिया? अगर ज्योति को ले जाने का पीयूष विरोध करता तो क्या उस पर चोट पहुंचाने वाले हमले नहीं होते? अगर ऐसा है तो पीयूष के कपड़ों पर विरोध के निशान क्यों नहीं थे?

अबतक पुलिस उस रेस्टोरेंट से सीसीटीवी फुटेज भी हासिल कर चुकी थी, जहां से जहां घटना वाली रात पति-पत्नी डिनर करने गए थे। फुटेज में पीयूष जो टीशर्ट पहने नजर आ रही थी, सुबह तक वो टी-शर्ट बदल चुकी थी। दिन में जब ज्योति की लाश मॉर्चूरी में रखी थी, तब भी पीयूष के कपड़े बदल गए थे। पुलिस को अब पक्का शक हो चुका था कि पूरी वारदात में किसी न किसी तरह से पीयूष का हाथ है, लिहाजा उस पर कानून का शिकंजा कसने लगा। ऐसे ही वक्त पर खुद को बचाने के लिए पीयूष ने मीडिया के सामने आकर अपने आंसुओं की गवाही देनी शुरू कर दी। उसने आरोप लगाया कि पुलिस उसे जानबूझ कर फंसा रही है।

मगर, पुलिस समझ चुकी थी कि पीयूष के आंसू घड़ियाली है। पुलिस के हाथ में अब उसके मोबाइल फोन की कॉल डीटेल भी थी। अपनी जांच के आधार पर पुलिस ने दावा किया कि पीयूष की दोस्ती एक महिला से इतनी ज्यादा थी कि वो आम तौर पर उसे रोज 50 SMS करता था। उस महिला से पीयूष फोन पर सामान्य से ज्यादा बातचीत करता था। कत्ल के दिन पीयूष ने 7 घंटे में उसे 150 SMS तक किए थे।

पुख्ता सबूतों के आधार पर यूपी पुलिस पीयूष को अपनी पत्नी के कत्ल के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस को शक नहीं रहा है कि अवैध रिश्तों की बिसात पर पति की कातिल चाल का शिकार बन गई उसकी पत्नी ज्योति।