लखनऊ : उत्तर प्रदेश के खादी ग्रामोद्योग मंत्री बनाये गये नारद राय की मुश्किलें लोकायुक्त ने बढ़ा दी है। लोकायुक्त के आदेश पर पुलिस मंत्री के विरुद्ध भूमि पर अवैध कब्जे के मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक आर बी सिंह ने बताया कि उनके पास लोकायुक्त एन. के. मेहरोत्रा के कार्यालय से एक शिकायती पत्र आया है जिसमे 28 जुलाई तक जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और अभिलेखों का परीक्षण किया जा रहा है। उधर, राय ने अपने विरुद्ध किसी तरह की जांच से अनभिज्ञता जतायी है।
राय के विरुद्ध जिले के माल्देपुर गांव के चन्द्रमणि राय ने लोकायुक्त से 30 मई को शिकायत की थी। इसमें राय पर आय से अधिक संपत्ति के साथ ही विधान सभा चुनाव के समय दाखिल घोषणा पत्र में अपनी पहली पत्नी के बेटे नरेन्द्र और बेटी नेहा के बारे में विवरण नहीं देने, अपनी लखनऊ, गाजियाबाद, वाराणसी और बलिया की जमीन का दाम कम दिखाने, भतीजे जय प्रकाश राय की स्वास्थ्य विभाग में अनियमित नियुक्ति कराने का आरोप है।
शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि मंत्री नारद राय ने अपने रसूख की बदौलत फेफना पुलिस के सहयोग से अपने पैतृक आवास से सटी उमाशंकर राय नामक व्यक्ति की जमीन की तरफ जबर्दस्ती अपना दरवाजा खोला और उस जमीन को चारदीवारी से घेरकर कब्जा किया गया है।
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