डेस्क: (सुगंध गंगवार): अब द्रोपदी का चीर बनेगी 72 हजार बी.एड शिक्षक भर्ती लगभग तीन वर्षो से मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाने बाली 72 हजार बी.एड. बेरोजगार शिक्षकों की भर्ती सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद अव द्रोपदी का चीर बनते साफ नजर आने लगी है ऐसा शासन की मज़बूरी से स्पष्ट भी होता नजर आ रहा है|
विदित हो की पिछली सरकार द्वारा इन बेरोजगारों को टी.इ.टी. मेरिट पर चयन करने का आदेश जरी हुआ जिसमे काफी घपलेबाजी की आशंका को संज्ञान में लेते हुए बर्तमान में नयी सरकार में शैक्षणिक मेरिट पर भर्ती करने का आदेश दिया जिसके खिलाफ बेरोजगारों ने न्यायालय की शरण ली और सर्वोच्य न्यालय में टी.इ.टी. मेरिट पर भर्ती का आदेश दिया किन्तु बर्तमान सरकार ने तकनीकी गड़बड़ी का बहाना करके पुना इन बेरोजगारों से प्रत्याबेदन जमा करने को कहा जिसके कारण इन लाखों बेरोजगारों को बिभिन्न डायटो पर जाकर
प्रत्याबेदन देने पड़े काफी धन व् पैसा बर्बाद हुआ इतना ही नहीं यदि मूल रिकार्ड से इस बी.एड. 72 हजार बेरोजगारों के प्रमाण पत्रों का सही ढंग से सत्यापन हुआ तो भी हजारों की संख्या में फर्जी टी.इ.टी. पास उजागर होंगे और पुनः शासन की लापरबाही/ तकनीकी गड़बड़ी से
पात्र बेरोजगारों का चयन न हो सका तो उसे पुना न्यायलय की शरण लेंगे और अभी तक मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाने बाली 72 हजार बी.एड. शिक्षक भर्ती भबिष्य के लिए द्रोपदी का चीर बनेगी|
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