फर्रुखाबाद: पहले सरकार ने टीईटी अभ्यर्थीयो को बाहर का रास्ता दिखाने की बहुत कोशिश की लेकिन जब जब उनकी नही चली तो अब वह आवेदनों व कागजातों में पेंच फसा कर लोगो को गुमराह कर रहे है| विभाग की बेबसाड के दरबाजे पर उसके खुलने के इंतजार में आवेदकों को पूरा दिन कम्पूटर से आँखे मिलनी पड़ रही है तब जाकर दो चार फार्म संशोधन के अपलोड हो पा रहे है| जिससे अभ्यर्थी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है|
नगर से सभी कैफे सुबह से ही फुल हो जाते है| फार्म संसोधन के लिए अभियार्थीयो को एक कम्पूटर कोड अपलोड करना पड़ता है और जिसे अपलोड करने के लिए पुरे जनपद के फार्मो को अपलोड किया जाता है| इसे अपलोड करने में व्यक्ति को पांच से 6 घंटे का समय लग जाता है| तब जाकर उसका फार्म संशोधन के लिए उसके कम्पुटर की डिस्प्ले पर आता है| इस प्रक्रिया में घंटो का समय लग रहा है| अभ्यर्थीयो को परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है|
दरअसल फीड किये गये फार्मो में पिता का नाम व कोड नमबर ही गलत ढंग से फीड किया गया है| एटा जनपद में तो सभी के फार्मो में जन्मतिथि व पिता का नाम एक सा है| जिससे आवेदक को काफी दिक्कत हो रही है| पहले तो विभाग के बेवसाइट ही नही खुली चार जुलाई से लेकर नौ जुलाई तक आवेदक परेशान रहे नौ जुलाई को बेवसाइट खुली तो आवेदकों ने राहत की साँस ली\
टीईटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र वर्मा ने आवास विकास स्थित एक कैफे पर बैठक की और कहा की जिस तरह से सरकार टीईटी अभ्यर्थीयो को भर्ती प्रक्रिया में धोका दे रही है| कागजी कार्यवाही में इतने पेंच है की अभ्यर्थीयो परेशान है|