डेस्क: परिषदीय स्कूलों के शिक्षक इस साल मनचाहे जिलों में तबादला नहीं पाएंगे। बेसिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में स्थानांतरण नीति संबंधी प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
इसमें कहा गया है कि मौजूदा समय चार स्तरों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जो 31 अगस्त तक पूरी होगी। इसके बाद ही जिलेवार शिक्षकों के रिक्त पदों के बारे में वास्तविक जानकारी मिल सकेगी।
इसलिए शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण की कार्यवाही स्थगित रखना उचित होगा। बेसिक शिक्षा निदेशक ने इसके अलावा जिले स्तर पर शिक्षकों के समायोजन और पदोन्नति संबंधी नीति का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी किया जाएगा।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण जरूरी नहीं
बेसिक शिक्षा निदेशक ने शासन को भेजे प्रस्ताव में कहा है कि परिषदीय शिक्षकों का काडर जिला स्तर का है तथा अंतरजनपदीय स्थानांतरण वार्षिक व्यवस्था के तहत जरूरी नहीं है।
यह केवल शिक्षकों को सुविधा देने के लिए है। इसलिए बहुत जरूरी होने पर ही बीएसए की सिफारिश पर शिक्षकों को अंतरजनपदीय स्थानांतरण देना उचित होगा। गौरतलब है कि पहले जारी हुए शासनादेश में शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण की बात कही गई थी।
नहीं होगा समायोजन
परिषदीय स्कूलों में हर साल शिक्षकों का होने वाला समायोजन भी इस साल नहीं किया जाएगा। शासन को भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक मौजूदा समय चार स्तरों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
कमी वाले स्कूलों में डेढ़ माह के अंदर शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। ऐसे में शिक्षकों के समायोजन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी केवल उन्हीं स्कूलों के शिक्षकों के समायोजन का प्रस्ताव सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेज सकेंगे जहां स्वीकृत संख्या से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। सचिव के अनुमोदन के बाद ऐसे शिक्षकों का समायोजन जरूरत वाले स्कूलों में किया जाएगा।
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