फर्रुखाबाद:कही किताबे कमरों में बंद सड़ रही है तो वही नये सत्र की तकरीवन आधी से अधिक किताबे अभी भी जिला की गोदाम में बंद है जब की इन्हे पंहुचाने का टेंडर भी बहुत पहले हो चूका है जिसके अनुसार किताबे एक जुलाई को विधालयो में पंहुच जानी थी लेकिन रकम उगाई के खेल के चलते किताबे अभी तक गोदाम में सड़ रही है|
दरअसल फतेहगढ़ स्थित नरेन्द्र सरीन स्कूल में हमेशा की तरह इस बार भी नये सत्र की किताबे रखी गयी| जिन्हें विधालयो तक पंहुचाने के लिए वाहनों का टेंडर भी उड़ा| लेकिन खाना पूरी के बाद सब ठंडा पड़ गया| जबकि टेंडर में तय था की अधिकृत वाहन हर विधालयो में किताबो का वितरण करेगा| और यह समय सीमा १जुलाई तक ही थी| लेकिन अब गोलमाल के बाद विभागीय अधिकारी अध्यापको पर किताबे गोदाम से ले जाने का दबाब बना रहे है जिससे अध्यापको में रोष व्याप्त है| जिसके चलते अभी तक आधे से भी कम किताबे बच्चों के हाथो तक ही पंहुच पायी है|