लखनऊ: रेल किराये और मालभाड़े में हुई भारी वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच शनिवार को जमकर मारपीट हो गई. मारपीट में दोनों पक्ष के लोगों को चोटें आई हैं.
रेल किराये में इजाफे के विरोध में मोदी के गढ़ बनारस और उप्र की तमाम अन्य जगहों पर प्रदर्शन हुआ. लखनऊ में विधानभवन के सामने विरोध कर रहे सपा कार्यकर्ताओं की भाजपा समर्थकों से जमकर मारपीट हो गई.
करीब 100 सपा कार्यकर्ता विधानसभा के सामने मोदी विरोधी नारे लगा रहे थे. उन्होंने मोदी का पुतला भी फूंका, लेकिन जब उस पर डंडे पीटने शुरू किए तो भाजपा समर्थक आक्रोशित हो उठे.
भाजपा समर्थकों ने भी जवाबी नारेबाजी शुरू कर दी और नौबत मारपीट तक पहुंच गई. वहां मौजूद पुलिस की लापरवाही की वजह से मारपीट देर तक चली. दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं को चोटें आईं. वहां मौजूद दर्जनों गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए गए. विधानभवन के सामने ही स्थित भाजपा कार्यालय से कार्यकर्ताओं ने ईंट और पत्थरों की बारिश शुरू कर दी. पथराव में कुछ लोगों को चोटें आई हैं.
भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय ने कहा, “सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय के सामने नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने की कोशिश की. उनकी गुंडई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.”
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के नेतृत्व में तमाम भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का आवास घेर लिया. भाजपा ने आरोप लगाया कि सपा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यालय पर जाकर गुंडई की और पथराव किया.
इधर, मोदी का पुतला फूंकने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने पथराव शुरू कर दिया, जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं.