फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार के आदेश पर गुरुवार को फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल चौराहे का अतिक्रमण हटाया गया| जिससे दुकानदारो में हडकंप मच गया| जंहा एक तरफ दुकानदारो ने आरोप लगाया की उन्हें बिना जानकारी दिये उनकी दुकानों को तोडा गया वही नगर मजिस्ट्रेट पर लोगो ने पक्षपात का आरोप लगा कर हंगामा भी किया जिसके बाद मौके पर पीएसी बुलाई गयी|
दोपहर बाद नगर मजिस्ट्रेट श्रीनिवास तिवारी के नेतृत्व में नगरपालिका व पीडब्लूडी के अधिकारियो ने चौराहे पर पंहुच कर अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही शुरु की जेल के बंदी रक्षको को भी बुलाया गया| पहले चौराहे से जेल की तरफ जाने वाले मार्ग का अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो दुकानदारो में भगदड़ मच गयी वह अपना सामान खुद लेकर भागने लगे जिसने जितना बचा पाया उतना बचा वही जंहा तक अतिक्रमण था वह दुकाने जेसीबी ने तोडना शुरू की दुकानदारो ने अधिकारियो से कहा की कुछ समय की मोहलत देदो वह खुद ही अपनी दुकान हटा लेगे| लेकिन अधिकारियो ने एक ना सूनी और कार्यवाही शुरू रखी|
कुछ समय के बाद जेसीबी भाजपा नेता धर्मेन्द्र कटियार के भाई की दुकान के सामने पंहुची तो मौके पर भाजपा नेता आ गये और उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट से कुछ देर का समय माँगा जिस अपर जेसीबी ने उनकी दुकान को हांथ भी नही लगाया| यह देखकर कई दुकानदार भडक गये और उन्होंने पक्षपात का आरोप लगाया| दुकानदार एक दुसरे की दुकानों को तोड़ने को लेकर अधिकारियो के कान भरते रहे| जिससे सभी दुकानों को हटना पड़ा| एक दुकानदार ने पड़ोसी की दुकान तोड़ने के लिए जेसीबी चालक को 500 रुपये देने का प्रयास किया और फिर विवाद भी शुरु कर दिया जिस पर पुलिस को उसे खदेड़ना पड़ा| अतिक्रमण टूटने के बाद पंहुची ग्राम प्रधान विजाधारपुर नीलम दुबे के साथ भी नगर मजिस्ट्रेट की कहा सुनी हो गयी जिसके बाद नगर मजिस्ट्रेट वंहा से चले गये|
हालत कुछ भी रहे हो प्रशासन ने एक बार फिर से गरीबो के पेट पर लात मारी है| अतिक्रमण हटाना गलत नही गलत है की सभी कानून केबल गरीबो के लिए ही बने है|प्रशासन को क्यों नही दिख रही शहर में अतिक्रमण कर बनाई गयी ऊँची-ऊँची भवन जिन्हें केबल नोटिस देकर ही ख़त्म कर दिया जाता है|
मौके पर शहर कोतवली के प्रभारी सुनील कुमार, एसएस आई हरिश्चंद्र, सेन्ट्रल जेल चौकी प्रभारी त्र्भुवन सिंह आदि मौजूद रहे|