लखनऊ: राज्य सरकार ने 1982 बैच के आइएएस दीपक सिंघल को हटाकर 1979 बैच के राकेश बहादुर को गृह विभाग की कमान सौंपी है। सिंघल इस पद पर पखवारे भर भी नहीं रह पाए। महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के चलते सरकार हमेशा विपक्ष के निशाने पर रही है लेकिन बदायूं दुष्कर्म के बाद चौतरफा हमला शुरू हो गया। सूबे के अमन चैन को लेकर संयुक्त राष्ट्र तक सरकार की किरकिरी हुई और फिर प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता को हटाया गया था। वह साढ़े सात माह ही इस पद पर रह सके।
राकेश बहादुर का इतिहास-
राकेश बहादुर
चेयरमैन, नोएडा अथॉरिटी रह चुके है| हाई कोर्ट के आदेश पर हटाये गए थे| जमीन गैरकानूनी तरीके से होटल वालो को आवंटित की थी|
मामला: नोएडा में पांच सितारा होटलों के प्लॉट आवंटन में घोटाला, प्रवर्तन निदेशालय में मनी लॉन्डरिंग मामला
नोएडा अथारिटी के चेयरमैन राकेश बहादुर पिछली सपा सरकार में भी इसी पद पर तैनात रह चुके थे| 2006 में नोएडा में थ्री, फोर व फाइव स्टार होटलों के लिए प्लॉट आवंटन हुए थे| इसमें कथित घोटाले को देखते हुए बसपा सरकार ने 2007 में मायावती सरकार ने इन आवंटनों को रद्द कर दिया था| साल 2009 में राकेश बहादुर को मायावती ने निलंबित भी कर दिया था| 2010 में प्रवर्तन निदेशालय ने इनके खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज करके नोटिस जारी किया था|
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