फर्रुखाबाद: संस्कार भारती की ग्रीष्म कालीन कार्यशाला में शनिवार को सुरों की महफिल सजायी गयी| कार्यक्रम में आये लोगो को संगीत व उसके माध्यम से मनुष्य के मन पर पड़ने वाले विचारो के विषय पर भी चर्चा हुई|
कार्यक्रम में कार्यशाला के संयोजक अभिनव सक्सेना ने बताया कि गायन एक कला है जिसे हर व्यक्ति अपने कठिन प्रयास ने जीवन में निखार सकता है| कार्यशाला में गायन का प्राशिक्षण दे रही आस्तिकी मिश्रा ने कहा की संगीत के माध्यम से हम मन के विचारो भावो को गीत व लय के साथ बांधकर गाया जाता है स्वर माध्यम से हम अपने मन के विचारो को प्रभावी रूप से व्यक्त करते है|
इस दौरान दीपक सक्सेना,अरविन्द दीक्षित, सी.वी तिवारी, सर्वेश श्रीवास्तव, अतुल वर्मा आदि लोग मौजूद रहे|