फर्रुखाबाद: जो आदेश जिलाधिकारी एन के एस चौहान ने एक झटके में 50 मिनट के एक गाव के निरीक्षण में किये है वे अगर लागू हो गए तो वास्तव में ग्रामीणो के लिए अच्छे दिनों की बात होगी| और अगर ये आदेश सिर्फ मीडिया में छापने, फाइलों का पेट भरने और शासन को प्रगति आख्या भेजने भर के लिए है तो फिर दिन और व्यवस्था जैसे चल रही थी वैसे ही चलेगी| जिलाधिकारी श्री चौहान ने गुरूवार देर शाम लोहिया ग्राम मीरपुर का दौरा कर जहाँ कमी देखी उसका तुरंत मूल्यांकन किया जिम्मेदारी तय की और निलंबन, जुर्माना, ब्लैकलिस्टिंग का आदेश कर दिया| देर शाम सूचना विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में इसकी जानकारी मीडिया को मुहैया करायी गयी| अच्छा होता कि जिला प्रशासन इन आदेशो के अमलनामे के आदेशो की प्रतियो को भी मीडिया को उपलब्ध करा दे तो पारदर्शिता असल में समझ में जनता को आएगी|
देर शाम जिलाधिकारी एन के एस चौहान ने मुख्य विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव के साथ लोहिया ग्राम मीरपुर के पूरे गाव का भ्रमण किया| गाव में बनी सी-सी रोड की गुणवत्ता ख़राब पायी गयी| उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को अवर अभियंता को निलंबित करने और ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करने के आदेश किये| गाव के चकरोड पर जगह जगह अतिक्रमण पाया गया जिसे हटाने के लिए तहसीलदार को निर्देशित किया| गाव में चौपाल लगाकर ग्रामीणो से मिड डे मील के वितरण, प्राथमिक विद्यालय में अध्यापको की उपस्थिति, गावो में एएनएम द्वारा टीकाकरण तथा गाव में सफाई के बारे में जानकारी हासिल की| ग्रामीणो ने बताया कि गाव का सफाई कर्मी अजय प्रताप नहीं आता है| डीएम ने सफाई कर्मी को निलंबित करने और जो वेतन हो चूका है उसे प्रधान से वसूलने का आदेश किया| सरकारी सहायता से बनाये शौचालय में सोबरन के शौचालय में कंडे भरे होने पर उन्होंने ग्रामीण सोबरन पर पचास रुपये का जुर्माना ठोका| उन्होंने सौचालय बंद रहने पर ग्रामीणो पर हर रोज पचास रुपये जुर्माना ठोकने की ताकीद की| अब डीएम के दौरे में इतनी कमियां मिली है और उन्होंने कार्यवाही करने के तमाम आदेश भी कर दिए मगर सवाल ये भी है कि उनके अधीनस्थ वो अधिकारी जिनकी जिम्मेदारी इन्हे देखने की थी वे क्या करते रहे| जिम्मेदारी और कार्यवाही थोड़ी बहुत उन पर भी तो बनती है|
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