फर्रुखाबाद:(लखनऊ) मंगलवार को उस वक्त पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था जब वह विधान भवन की तरफ कूच कर रहे थे। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें भी आई हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि उन्हें जल्दी नौकरी में वापस लिया जाए। बाद में राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सहायक अध्यापकों के खाली पदों को टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों से भरे जाने की कार्यवाही की जा रही है। प्राथमिक स्कूल के प्राचार्य और उच्च प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक के पद पदोन्नति के हैं। पदोन्नति की कार्यवाही की जा रही है। मंगलवार को टीईटी पास संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना था कि उन्होंने टीईटी में सफलता पायी है इसलिए उन्हें तत्काल प्राथमिक विधालयो में शिक्षक की नौकरी दी जानी चाहिए।पुलिस की लाठीचार्ज में संगठन के जिलाध्यक्ष सहित कई अन्य लोग भी घायल हुए है|
मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी विधानसभा के सामने धरना स्थल के सामने प्रदर्शन कर रहे थे और उसके बाद विधानभवन की तरफ कूच करने लगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की। धक्का-मुक्की हुई और बाद में जब प्रदर्शनकारियों ने जबरन घुसने की कोशिश की तो उन पर लाठी चार्ज की गई। प्रदर्शन में कई लड़कियां भी शामिल थीं। लाठी चार्ज में कई लोगों को चोटे आई हैं। भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर खदेड़ा। टीईटी परीक्षा पिछले वर्ष हुई थी। अनियमितताओं के कारण इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने परीक्षा परिणाम पर रोक लगा दी थी। इसी मामले में माध्यमिक शिक्षा के निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार भी किया गया है।
संगठन के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र वर्मा ने बताया की सरकार टीईटी छात्रों को नियुक्ति के नाम पर बरगला रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने आचार संहिता लागू होने से पहले ही टीजीटी-पीजीटी की नियुक्तियों पर से रोक हटा ली लेकिन टीईटी पर आचार संहिता का बहाना बनाकर प्रतिक्रिया से बच रही है। जबकि पूर्व से चलने वाली प्रक्रिया पर आचार संहिता का कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि सरकार बार-बार आश्वासन का झुनझुना यह कह कर थमा देती है कि टीईटी में धांधली हुई है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार टीईटी अभ्यर्थियों की विरोधी न होती तो वह अब तक इन बेरोजगार युवकों और युवतियों को न्याय देने के लिए कोर्ट में उचित ढ़ग से लड़ाई लड़कर इनको न्याय दिलाती। थम गया यातायात टीईटी के अभ्यार्थियों के भारी संख्या में विधान सभा के सामने आ जाने के कारण आधा से एक घण्टे तक शहर के मुख्य सड़क का यातायात बाधित हो गया। हजरतगंज से होकर शहर के कई क्षेत्रों की ओर जाने वाले लोग भीषण गर्मी में जाम मे फसे रहे। इस स्थिति के बारे में पहले भी आशंका व्यक्त की जा चुकी थी। लोगों का कहना है कि पुराने धरना स्थल को बहाल करने से यह स्थिति पैदा हुई है। ऐसे जब भी कोई बड़ा प्रदर्शन होगा हजरतगंज में ऐसा ही जाम लगेगा।कई प्रदर्शकारियों को आईं गंभीर चोटें|
वही जनपद से गये टीईटी संघर्ष मोर्चा के कई कार्यकार्ता भी लाठी चार्ज में गंभीर रूप संगठन के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र वर्मा, अनिल कश्यप, रविन्द्र दिवाकर, आशीष तिवारी,राकेश बाथम,रविन्द्र कुमार, मुनीश कुमार घायल हो गये|