फर्रुखाबाद : मिलीभगत व मिलाबट का हर विभाग में चलन है लेकिन इन सब में आगे और लाखो रुपये की महीना बंदी के चलते जनपद में एक तरफ मिलावट तो दूसरी तरफ घटतौली का धंधा जोरो पर है | मिलीभगत के चलते पेट्रोलपम्प हो या फिर कोटेदार सभी को खुली छुट दी जा रही है | मजे की बात यह है की जानबूझ कर विभाग अंजान बना हुआ है |
विभाग के दायरे में सभी पेट्रोल पम्प, कोटेदार, छोटे बड़े दुकानदार, पैकेट बंद वस्तुओ को बनाकर बेचने वाले आदि अन्य कई और लोग जो भार माप का काम करते है आते है | लेकिन दिलचस्प बात यह है की बीते पांच सालो से विभाग ने जानबूझ कर इन सब पर सिकंजा नही कशा बल्कि उल्टा सभी से मनमाफिक धन उगाही कर लाखो के वारेन्यारे किये जा रहे है |
विभाग ने कभी भी ऊपर उठाने का प्रयास भी नही किया | किराये की बिल्डिंग पर चल रहा वाट तथा माप विभाग पैदल है प्रशासन व शासन की तरफ से कोई वाहन भी विभाग को उपलब्ध नही है | पिछले वर्ष विभाग ने 12000 पंजीकृत दुकानों में से महज 192 दुकानों से घटतौली में जुर्मना बसूला लेकिन घटतौली में एफआईआर नही करायी | दरअसल विभाग तमाम परेशानियों से बचने के लिए सीधे सैटिग कर के आँखे बंद करने में ही यकीन रखता है | विभाग में कार्यरत मात्र एक संदेश वाहक ग्रीश बाबू ने बताया की रिपोर्ट दर्ज कराने में काफी समस्या होती है | कोर्ट कचेहरी के चक्कर काटने पढते है | इसी बजह से हम लोग रिपोट दर्ज कराने के चक्कर में नही पढते |
इस सम्बन्ध में वाट तथा माप के निरीक्षक अजय कुमार ने यह मना की जनपद में नापतौल में धाधली हो रही है | और यह भी मना की विभाग में नापतौल करने बाले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रावधान भी है लेकिन ना कराने की बात पर वह चुप्पी साध गये |