फर्रुखाबाद: चुनाव प्रचार की मियाद ख़त्म होने के बाद मतदाताओ को मनाने के लिए घर घर घेरना चल रहा है| इस मामले में बसपा के लिए प्रदेश भर के जातीय समीकरणों वाले नेता जिले में डेरा डाले हुए है| सबसे ज्यादा जिस वोटर पर बसपा की निगाह है वो है ब्राह्मण मतदाता| खालिस जाति की राजनीती करने वाली बसपा ने चुपचाप चुनाव लड़ा और आखिरी समय पर भी वो चुपचाप काम कर रही है| इधर भाजपा में ब्राह्मण को टिकेट न मिलना, कल्याण सिंह की सभा में ब्राह्मणों को कल्याण सिंह के नीचे बैठना और सुब्रत पाठक की उपेक्षा के बाद अंत में राजनाथ की सभा में भास्कर दत्त द्विवेदी की उपेक्षा से नाराज ब्राह्मणों पर बसपा की पैनी नजर लग गयी है| दोपहर में एक स्कूटी पर बैठ कर बसपा के पूर्व मंत्री रहे अनंत कुमार मिश्र ब्राह्मणों के घर-घर जाते देखे गए है|
दूसरी तरफ भाजपा के खेमे में भी माहौल गड़बड़ाया हुआ है| राजनाथ की सभा के बाद मंच सञ्चालन को लेकर चुनाव कार्यालय में एक कुर्मी महामंत्री और लोकसभा पालक के बीच तीखी नोक झोक की खबरे सूत्रों के अनुसार मिली है| मंच सञ्चालन का काम महामंत्री को करना होता है और ये काम भी लोकसभा पालक ने ही सम्भाला हुआ था| सभा के बाद वरिष्ठ नेताओ की मौजूदगी में जमकर नोकझोक हुई है| इसका सन्देश कुर्मी समाज में भी ठीक ठाक नहीं जा रहा है| मोदी की लहर से अतिउत्साहित कुछ भाजपाई अपनी जीत सुनिश्चित मान साथियों की नाराजगी को लेकर अति गंभीर नहीं है| कम्पिल क्षेत्र में एक ब्राह्मण मंडल अध्यक्ष को बस्ता बाटने के लिए देने की जगह सजातियो के द्वारा बस्ता बटवाने को लेकर भी इस वर्ग में नाराजगी है| कुल मिलाकर चुपचाप लड़ते लड़ते हाथी फूल के पास पहुच चुका है| अब उसकी निगाह ब्राह्मणों और मुस्लिम मतदाताओ पर लगी हुई है जो फर्रुखाबाद लोकसभा में जीत और हार का पैमाना तय करने वाले है|
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