फर्रुखाबाद: बसपा के महासचिव सतीश मिश्रा अपनी पार्टी के प्रचार में एक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए ब्राह्मणो के पुराने जख्मो को हरा कर गए| उन्होंने कहा कि यहाँ के बुजुर्ग नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने किसी जमाने में मायावती की जान बचाई थी| उन्ही की पार्टी के गद्दारो ने उनकी हत्या करवा दी| क्या यहाँ के लोग वो घटना भूल गए| क्या यहाँ की जनता ऐसे गद्दारो को चुनना चाहेगी|
पूरे सम्मेलन में सोमवार को भाजपा नेता ब्रह्मादत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुद्दा छाया रहा। सतीश मिश्रा ने ब्रह्मादत्त हत्याकांड की याद ताजा कर बसपा के पक्ष में एकजुट करने का जमकर प्रयास किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने भी एक गलती पिछली बार नरेश अग्रवाल को टिकट देकर की थी| वे भी गुंडई से चुनाव जीतना चाहते थे| एक सभा में उन्होंने कहा था कि मेरा नाम नरेश है मैं तो पैदायशी नरेश हूँ| सतीश ने कहा कि मैंने उन्हें समझाया था कि ब्राह्मणो का सम्मान करो मगर वे नहीं माने और यहाँ की जनता से सबक सिख दिया|
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मधुर मिलन लॉन में आयोजित सभा में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को अपमानित करने पर जुटा हैं। मोदी लहर प्रचारित करने को भाजपा ने करोड़ो रुपये प्रचार पर फूंक दिये। सपा शासन में प्रदेश में दंगों की बाढ़ आ गई। कानून व्यवस्था खराब है। पूर्व मंत्री अनंत मिश्रा अंटू ने कहा कि ब्रह्मादत्त द्विवेदी ने सपा के गुंडों से पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बचाने का काम किया था। हम उसका एहसान मानते हैं। बसपा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि फर्रुखाबाद के लोग जानते हैं कि ब्रह्मादत्त हत्याकांड के षड्यंत्र में कौन शामिल था। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के लोग प्रधान, कोटेदारों को धमका रहे हैं। एमएलसी मनोज अग्रवाल, शरद श्रीवास्तव आदि ने विचार व्यक्त किये। संचालन अशोक सिद्धार्थ ने किया। मो.उमर खां, राजीव चतुर्वेदी, राजेश मिश्रा आदि मौजूद रहे। पुलिस स्कार्ट वाहन में तेल मिलने में विलंब से बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा आधा घंटे तक सभास्थल पर ही जीप में बैठे रहे।