फर्रुखाबाद: राजनीति में भीड़ और हुंकार के अपने ही मायने होते है| गर्जना से माहौल बनता है और बदलाव के लिए जनता सोचने पर मजबूर होती है| प्रसिद्द कवि रामधारी सिंह दिनकर की चार पंक्तिया कुछ यू है-
हुँकारों से महलों की नींद उखड़ जाती,
साँसोँ के बल से ताज हवा में उड़ता है,
जनता की रोके राह समय में ताव कहाँ ?
वह जिधर चाहती, काल उधर ही मुड़ता है,
कमालगंज: (मुईद खान) तुलनात्मक रूप से जनसभाओ की भीड़ किसी भी प्रत्याशी के लिए जीत हार के मायने काफी हद तय कर देती है| जनता का समर्थन ही किसी नेता की लोकप्रियता की निशानी होती है| सपा से विरोध कर चुनावी मैदान में उतरे निर्दलीय प्रत्याशी सचिन सिंह यादव की मुस्लिम बाहुल्य और स्थानीय सपा विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी के पैतृक गाव “जरारी” में अब तक की सबसे बड़ी जनसभा ने इस युवा प्रत्याशी के हौसले बुलंद कर दिए है और विरोधियो को सोचने पर मजबूर कर दिया है| इससे पहले सभी विरोधी पार्टी के नेता यहाँ मीटिंग कर चुके है किन्तु चुनाव प्रचार थमने के एक दिन पहले हुई इस जनसभा ने जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया है|
सचिन सिंह अपने पिता नरेन्द्र सिंह यादव और पूर्व सपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के साथ जरारी गाव में जनसभा के लिए हेलीकाप्टर से पहुचे| भीड़ को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति करना चाहते है| जनता इसी मुद्दे पर वोट करे| वे स्थानीय और उनके अपने है| वे गुंडई का जबाब देना भी जानते है और गुंडई को दबाना भी| आज जितने भी प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है वे किसी न किसी का सहारा ले रहे है| कोई अपनी आका के नाम पर वोट मांग रहा है तो कोई अपनी पार्टी के नाम पर मगर उनके पास यहाँ की जनता के लिए एक सपना है| वे उस विकास के सपने को पूरा करना चाहते है|
नरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि वे ही असली समाजवादी नीतिओ के रास्ते पर चलते हुए जनता की सेवा करते रहेंगे| अब वे अपना बेटा जनता की सेवा के लिए सौप रहे है| उसे आशीर्वाद देकर सांसद बनाइये और खुद को सांसद समझिये| भीड़ देख कर गदगद होते हुए नरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि आज तक की सबसे बड़ी यहाँ की जनसभा ने ये साबित कर दिया है कि अब उनकी जीत तय है| नरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि वे नहीं चाहते कि फर्रुखाबाद में अलीगंज की तरह दबंगई की राजनीति हो इसलिए उन्हें यहाँ से खदेड़ दे इस पर जनता ने हाथ खड़ा कर साथ देने का वादा किया| नरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि कौन नहीं जानता कि पूरे प्रदेश से चोरी हुई गाड़िया अलीगंज में ही बरामद होती है क्या फर्रुखाबाद में भी यही संस्कृति चाहते हो जनता का जबाब आया “नहीं”| उन्होंने आवाहन किया कि अब चुनाव का अंतिम दौर है और फैसला जनता के हाथ में है|
जनसभा को पूर्व सपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर, आम आदमी पार्टी से आये ऐनुल हसन, सपा के पूर्व अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष दिलशाद अहमद, और मोड़ आकिल ने भी सम्बोधित किया| जरारी में सभा का आयोजन खालिद हुसैन सिद्दीकी और ईसापुर के अनवर हुसैन ने किया था| सभा की अध्यक्षता जररी के मैमुद्दीन ने की|
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