फर्रुखाबाद: भारत में सबसे ज्यादा लोगो तक पहुंच रहने वाले सोशल मीडिया की ताकत का एहसास चुनावो में बखूबी हो रहा है| मगर यही ताकत कमजोरी बनते भी देर नहीं लगती| भाजपा ने प्रचार प्रसार के लिए फेसबुक की कई सैकड़ा आईडी तैयार कर ली थी| क्षेत्र में भ्रमण की मनपसंद फोटो जनता को दिखाई जा रही थी| इसी बीच भाजपा के इसी फार्मूले का इस्तेमाल बहुत से लोग करने लगे है| जब तक भाजपा के पक्ष में सोशल मीडिया का इस्तेमाल हो रहा था तब तक तो ठीक था मगर अब जब ऐसी पोस्ट और तस्वीरें फेसबुक पर आने लगी जो भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनावी नैया पार करने के मुश्किलें खड़ी करने वाली है, भाजपा के आईटी मैनेजमेंट की टीम भी कुछ कर सकने की स्थिति में नहीं है|
इधर पिछले तीन चार दिन से 17 साल पहले हुई ब्रह्मदत्त की हत्या का मामला एकाएक फिर से सोशल मीडिया पर सुर्खिया बनने लगा है| प्रदेश के कद्दावर नेता स्व ब्रह्मदत्त नेता की हत्या में उन दिनों कल्याण सिंह और साक्षी पर भी आरोपों के छींटे पड़े थे| इस मामले में विधायक विजय सिंह को सजा भी हो चुकी है| सच्चिदानंद साक्षी और विजय सिंह दोनों मुकेश राजपूत के गुरु रह चुके है| राजनीति की एबीसीडी जहाँ वे साक्षी से सीखे तो जिला पंचायत अध्यक्ष बनबाने में विजय सिंह का सबसे बड़ा योगदान रहा| वैसे समय रहते आजकल ये दोनों अलग है| साक्षी और मुकेश राजपूत की तो दांत काटे की राजनैतिक दुश्मनी है| फर्रुखाबाद की टिकट भी कल्याण सिंह ने अपनी जिद में मुकेश राजपूत को दिलवाई है जिसके कारण शाक्य मतदाता पहले से ही बिफर गया है| इसी बीच कुछ लोगो ने इतिहास के पन्ने पलट कर ब्राह्मणो के जख्मो को हरा कर दिया है| इस जिले में और पूरे प्रदेश में ब्राह्मण नेता के रूप में स्थापित रहे ब्रह्मदत्त की हत्या से ब्राह्मणो में खासा आक्रोश होना स्वाभाविक था| तब समय की यही मांग थी| पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के सबसे खास और करीबी की हत्या हुई थी|
फेसबुक पर एक तस्वीर जो वायरल हो चली है और उस पर ब्राह्मणो को पुराना हिसाब चुकता करने का सन्देश दिया जा रहा है राजनैतिक रूप से यह मुकेश राजपूत के लिए घातक हो सकता है क्योंकि ब्राह्मण मतदाता ही यहाँ निर्णायक फैक्टर है|
वहीँ दूसरी और भाजपा खेमे से ब्राह्मणो को मनाने और भाजपा के खिलाफ डाली गयी तस्वीरो को संतुलित करने का प्रयास भी लगातार किया जा रहा है| इस तस्वीर को फोटोशॉप से बनाकर मुकेश राजपूत को स्व ब्रह्मदत्त के सामने हाथ जोड़े दिखाया जा रहा है| फेसबुक की लड़ाई में भाजपा नेता कहाँ तक बचाव कर पाते है ये अगले 48 घंटो में साफ़ हो सकेगा| अभी तो मतदान में 5 दिन बाकी है|
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