फर्रुखाबाद: बुधवार देर रात कांग्रेस प्रत्याशी सलमान खुर्शीद की नुक्कड़ सभा में भाजपा कार्यकर्ताओ के विरोध को समाजसेवियो और जनता ने घटिया और स्तरहीन राजनीति करार दिया है| जनता का मानना है कि विरोधी पार्टियो को विकास नहीं हुआ ये चुनाव के समय ही पता चला| पांच साल तक विपक्ष क्या करता रहा| किसी की जनसभा या प्रचार में बाधा पहुचाना एक घृणित कार्य है| समाजसेवियो का कहना है कि अगर विपक्षियो को लगता है कि वर्त्तमान सांसद ने विकास कार्य नहीं कराये है तो वे अपनी पार्टी के कार्यकाल के कामो से उनकी तुलना कर जनता में जाए| वोट से विरोध करे, हंगामे से नहीं| ऐसे कृत्यो से हंगामा करने वाले के प्रत्याशी का नुकसान ही होगा क्योंकि जनता अब जागरूक हो गयी है वो सोई हुई नहीं है|
जिले में प्रदेश स्तर के वरिष्ठ व्यापारी और ब्राह्मण नेता अरुण प्रकाश तिवारी ‘ददुआ’ का कहना है कि सभी पार्टियो के प्रतिनिधियो का एक जैसा ही हाल है| कुर्सी पर पहुचने के बाद जनता के लिए कोई काम नहीं करता| सभी दलो के प्रतिनिधि यहाँ से चुनकर संसद में जा चुके है| 65 साल में नगर के सौन्दरीकरण की जरुरत है| सड़के चौड़ी होनी चाहिए| कुछ नहीं हुआ| बस छोटी मोटी गलियां बनबाकर विकास का ढिंढोरा पीट लेते है| वो भी गुणवत्ता पार्क नहीं होता| साल भर में सड़के टूट जाती है| चुनाव जीतने के बाद सब भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते है|
कल रात गंगानगर में हुई घटना पर श्री तिवारी कहते है कि ये ओछी राजनीति है| दूसरो की सभा में जाकर नारेबाजी करना अनुचित है| यह अच्छी राजनीति का सन्देश नहीं है| ये अनुशासनहीनता का परिचय देता है| प्रत्याशी की छवि समाज में प्रस्तुत करता है| हम सांसद चुन रहे है कोई ग्राम प्रधान नहीं| विरोध का भी एक तरीका होता है सीमा होती है| चुनाव में ही विरोध क्यों नजर आता है| पांच साल तक चुप क्यों रहते हो| हर साल बाद घेराव करते| प्रतिनिधि से विकास का सवाल करते| अब जो कुछ हो रहा है सिर्फ चुनाव के लिए| ददुआ कहते है कि उनकी पार्टी ने भी इस जिले में कौन सा विकास किया है| कई बार सांसद रहा है उनका| वे भी अपने नेता के विकास कार्यो का लेखा जोखा प्रस्तुत करे और जनता के बीच जाकर तुलना करवाये| कार्यकर्ताओ और समर्थको की इस प्रकार की हरकत उनके ही प्रत्याशी का नुकसान करेगी| क्योंकि जनता अब जागरूक हो गयी है| वो सोई हुई नहीं है|
चुनावी मुद्दो पर ददुआ कहते है कि जात और धर्म की घटिया राजनीति की जगह विकास का खाका जनता के बीच प्रत्याशी को बताना चाहिए कि वो प्रतिनिधि बनने के बाद जिले में क्या क्या कराने की योजना रखता है| व्यापारी लुटता रहता है| टैक्सो की मार से व्यापारी घायल है| उसकी सुरक्षा होनी चाहिए|
व्यापारी और सपा नेता संजीव मिश्रा बाबी भी सलमान के साथ हुई घटना को सही नहीं मानते| उनका कहना है कि इस प्रकार से चुनाव नहीं लड़े जाते| दूसरो की सभा में खलल नहीं डालना चाहिए| अब जनता के बीच में जाने का समय है न की विरोध के नारे लगाने का| विरोध के नारे लगाने के लिए पांच साल पड़े है| प्रत्याशी पसंद नहीं है तो वोट नहीं दो मगर इस प्रकार की घटिया राजनीति से चुनाव को गन्दा नहीं करना चाहिए|
नगर के वरिष्ठ व्यापारी जीतेन्द्र कुमार गुप्ता का मानना है कि देश में जब से चुनाव हुए है किसी प्रतिनिधि ने कोई विकास नहीं कराया| इस दौरान सभी पार्टी के प्रतिनिधि फर्रुखाबाद की जनता ने संसद में भेजे| प्रतिनिधि बनने के बाद खूब भ्रष्टाचार करते है| व्यापारी पकड़ जाए तो चोर और नेता पकड़ जाए तो तरक्की हो जाती है| सलमान खुर्शीद की सभा में खलल को श्री गुप्ता बिलकुल जायज नहीं मानते| उनका कहना है कि सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है| बात रखने से रोका नहीं जा सकता| इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए| कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे है मगर फर्रुखाबाद बहुत ही समझदार लोगो का जिला है यहाँ माहौल बिगड़ता नहीं है|
फ़ोटो पत्रकार रहे राम नारायण पाण्डेय का कहना है कि पिछले 65 सालो में किसी नेता ने कोई विकास नहीं कराया| न ही नेता विकास कराने के लिए संसद सदस्य बनना चाहता है| नेता केवल कमाई के लिए चुनाव जीतना चाहता है| जिले में जब किसी नेता ने कोई विकास कार्य नहीं कराया तो इन्हे दूसरो की जनसभा में जाकर विकास नहीं कराया मुद्दे को लेकर विरोध जताने का कोई अधिाकर नहीं| दो बार भाजपा से सांसद साक्षी चुनाव जीत चुके है उनका लेखा जोखा पेश करे| और भाजपा प्रत्याशी तो खुद दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है| उसका लेखा जोखा जनता को बताये| उनके कार्यकाल में रखा सेंट्रल जेल मार्ग और मसेनी लकूला रोड 6 महीने में ही टूट गयी थी| हंगामा करने वाले पहले ये बताये कि उनकी सरकार थी तब कितने विकास कार्य फर्रुखाबाद में कराये| विरोध तरीके से करना चाहिए|
पंडाबाग के मंदिर के पुजारी गोपाल शर्मा कहते है कि नेता विकास तो करते नहीं| चुनाव जीतने के बाद भ्रष्टाचार करते है लिहाजा चुनाव में जात धर्म के नाम पर जनता को बाटने में लग जाते है| चुनावो में विकास मुद्दा होना चाहिए| सलमान की चुनावी सभा का विरोध करना सही नहीं है ऐसा गोपाल शर्मा का मानना है| वे कहते है कि उन्हें नहीं मालूम कि विरोध करने वाले भाजपाई थे या फिर कोई और मगर इस प्रकार का विरोध राजनीति में घटिया मानसिकता का परिचायक है| वहीँ मठिया देवी मंदिर के पुजारी कहते है कि जिसकी इच्छा जहाँ हो वोट करे और विरोध वोट के माध्यम से करे| किसी की सभा में व्यवधान पहुचाना बिकुल भी ठीक नहीं है|