फर्रुखाबाद: आज लाखों मुसलमानों ने कुर्बानी का पर्व ईद-उल-जुहा धूमधाम से मनाया। इसके पवित्र अवसर पर हजारों लोगों ने नमाज अदा कर देश के अमन व खुशहाली की दुआ की| सुबह से ही हजारों लोग मस्जिदों, ईदगाहों और खुले मैदानों में नमाज के लिए मुसलमान इकट्ठे होने लगे थे।
इस अवसर पर इमामों ने पैगम्बर इब्राहिम की कुर्बानी को याद किया और मुसलमानों से पवित्र ग्रंथ कुरान की शिक्षाओं पर चलने के लिए कहा। प्रदेश के अन्य शहरों में भी बकरीद मनाई गई। मस्जिदों और ईदगाहों में हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने नमाज अदा की।
आज फर्रुखाबाद की नई व पुरानी ईदगाह एवं फतेहगढ़ की ईदगाह में हजारों मुसलमान भाईयों ने ईद अदा की| जामा मस्जिद कमेटी के सेक्रेटरी नाजिम शमसी आदि ने व्यवस्थाएं संभाली| जिलाधिकारी मिस्थिनी एस, पुलिस अधीक्षक डॉ के एजिलरशन व सीडीओ सीपी त्रिपाठी ने मौके पर मौजूद रहकर मुस्लिम भाईयों को ईद की मुबारकबाद दी|
शताब्दियों पहले की पैगम्बर इब्राहिम की महान कुर्बानी की याद में नमाज अदा करने के बाद लोगों ने बकरों की कुर्बानी दी। ऐसा माना जाता है कि अल्लाह ने पैगम्बर इब्राहिम की एक बहुत कठिन परीक्षा ली थी, जिसमें वह अपने एकमात्र बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो जाते हैं। अल्लाह ने उनकी कुर्बानी को कुबूल करते हुए इस्माइल के स्थान पर बकरे की बलि ली। बकरीद को ईद-ए-कुर्बान भी कहा जाता है। ईद-उल-फितर के बाद यह मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है।