फर्रुखाबाद: राजनीति के कोपभवन में बैठे नेताओ को मनाने का दौर चल रहा है| दलबदल कराने और विरोध जताने के दैमार जोर शोर से फोड़े जा रहे है| चुनावी रण में राजनीति की हर कला का प्रदर्शन देखने को मिला शुक्रवार को| समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव ने होली के बहाने मंत्री नरेंद्र सिंह यादव से मुलाकात कर चुनाव प्रचार में जोर शोर से लग जाने का अनुरोध किया तो वहीँ भाजपा में सुशील शाक्य को मनाने की कवायद भी चरम पर रही| चुनावी दौड़ में कूदने जा रहे सचिन यादव के लिए भी सपा जिलाध्यक्ष ने रणनीति तैयार कर ली है|
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बात सबसे पहले सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव की| रामेश्वर सिंह ने दर्जा प्राप्त मंत्री सतीश दीक्षित और सपा जिलाध्यक्ष के साथ होली मिलाना के बहाने मंत्रीजी के घर पर जाकर राजनैतिक सहयोग माँगा| चंद्रपाल सिंह यादव के मुताबिक रामेश्वर सिंह ने मंत्रीजी से चुनाव में लग जाने को कहा तो मंत्रीजी ने कहा कि वे तो पहले से ही लगे हुए है| जिस पर सपा प्रत्याशी ने उन्हें क्षेत्र ने प्रचार में चलने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वो भी चलेंगे| इस दौरान समाजवादी पार्टी से इस्तीफ़ा देकर चुनावी समर में कूदने का एलान कर चुके मंत्री के पुत्र सचिन यादव के विषय में कोई वार्ता नहीं हुई| चंद्रपाल सिंह यादव ने पूछने पर बताया कि पिता को मना लिया है बेटे को भी मना लिया जायेगा| उधर सचिन यादव 29 मार्च से अपने बाबा के श्रद्धांजलि सभा से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने की जोर शोर से तैयारी कर रहे है| सचिन टीम खेमे से कहा गया कि वे राजनीति के नए योद्धा अर्जुन की तरह मैदान में उतर रहे है, जो तीर लक्ष्य की और चला दिया है उसे वापस नहीं किया जा सकता|
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अब बात भाजपा की, सुशील का विकल्प खोज कुलदीप गंगवार को भाजपा में लाने के अभियान में कोई खास प्रगति नहीं हुई| भाजपा में मना जा रहा है कि कुर्मी वोट तो हमेशा ही भाजपा के साथ रहा है| वहीँ शाक्य वोटो के लिए सुशील शाक्य की नाराजगी भारी पड़ सकती है| सुशील शाक्य को लगभग मना लिया गया है| अब तक मिली खबरो के मुताबिक वे भाजपा के साथ ही रहेंगे| हालाँकि 23 मार्च को होने वाले शाक्य सम्मेलन में अंतिम पत्ते खुलने बाकी है| अभी तक तो सुशील शाक्य राजनैतिक कोप भवन में ही बने हुए है|