फर्रुखाबाद: चुनावी माहौल के दौरान हर कार्यक्रम चुनावी दृष्टि से देखा जाता है| ऐसा नेताओ की प्रव्रति की वजह से हुआ है| नेता जात और धर्म के सहारे ही चुनावी बिसात बिछाते है| होली मिलन, ईद मिलन और माता के जागरण भी चुनावी नैया पार लगाने के लिए होते है| यही कारण है कि लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने के बाद अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम को भी चुनावी दृष्टि से देखा जा रहा था| एक कारण इस वजह का यह भी था कि इसके आयोजक मनोज अग्रवाल बसपा के एमएलसी है और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को सक्रिय रूप से चुनाव लड़ा रहे है| मगर कार्यक्रम में श्री श्री रविशंकर ने जो घुट्टी जनता को प्रवचन में पिलाई वो भाजपा की ओर इशारा करती रही|
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चुनाव आयोग की निगाह भी इस कार्यक्रम पर लगी हुई थी| श्री श्री रविशंकर ने जनता को शत प्रतिशत मतदान करने के लिए शपथ दिलायी और फर्रुखाबाद को आदर्श जिला बनाने के लिए जनता का आवाहन किया| देश और राष्ट्र की बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश बचाना है| देश में बहुमत की सरकार होना जरुरी और एकदल की सरकार भी उनके प्रवचन का हिस्सा रहा| लंगड़ी और मिलीजुली सरकार के पक्ष में नहीं दिखे श्री श्री| उन्होंने मंच से जनता को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने के लिए आवाहन किया| प्रत्रकार वार्ता के दौरान भी उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षो से मीडिया और विपक्षी ये घोटाला हुआ और वो घोटाला हुआ बताते रहे| वे सुनाते सुनाते थक गए और हम सुनते सुनते थक गए मगर भ्रष्टाचार नहीं रुका| अपरोक्ष रूप से निशाना सीधा कांग्रेस पर था| यही जनता को इशारा हुआ कि कांग्रेस नहीं चुनना है| अब बात अन्य छोटे दलो की| सपा, बसपा, तेलगु देशम, जेडीयू , तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य क्षेत्रीय पार्टियो को वे अपरोक्ष रूप से यह कह कर ख़ारिज कर गए कि देश में एक दल और बहुमत की सरकार बने| अब बसपा और अन्य क्षेत्रीय दल इस हैसियत में नहीं है कि बहुमत के लिए 272 का आंकड़ा जुटा सके| पत्रकार वार्ता में उन्होंने केजरीवाल की पार्टी को उन्होंने गैर तजुर्बेदार बताया| अब बची भाजपा जिसके लिए उन्होंने कुछ नहीं कहा| नाम नहीं लिया मगर बात पूरी कह दी और सन्देश जनता में पहुच गया| बार बार पूछने के बाद भी उन्होंने स्पष्ट रूप से ये नहीं कहा कि जनता किस को वोट करे|
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