फर्रुखाबाद: 2014 लोकसभा चुनावो की बिसात बिछ चुकी है| पिछले चुनावो में क्या क्या और कैस कैसे हुआ इसकी परते भी खुलेगी और नयी रणनीति भी बनेगी| आरोप भी लगेंगे और प्रत्यारोप भी| मगर इस चुनाव में बहुत कुछ नया सुनने और देखने को मिलने वाला है| ये आम खास चुनाव है| कल यानि कि बुधवार 5 मार्च 2014 को सपा प्रत्याशी ने भोजपुर विधानसभा में वोट मांगे और इस दौरान उनके साथ स्थानीय सपा विधायक भी रहे| दोनों लोगो ने कई जनसभाओ में जनता से कहा कि पिछले चुनावो में उन्होंने सलमान खुर्शीद को वोट देने के लिए समाजवादी वोटरो को मुक्त कर दिया था| मुन्नू बाबू वैसे भी चुनाव हार रहे थे लिहाजा उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने में मदद कर दी| ये बात दोनों ने मुस्लिम बाहुल्य इलाको में की| अब चुनाव है इसमें वोटरो को लुभाने के लिए दाव चले जायेंगे| मगर खुद ही अपनी पार्टी के प्रत्याशी को हरवाने में मदद करने का दावा करने वाले नेताओ पर जनता और पार्टी मुखिया कितना भरोसा करे ये नया सवाल है|
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कमालगंज के जरारी, भड़ौसा, निनौरा सहित आधा दर्जन मुस्लिम बाहुल्य गाव में सपा विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी और सपा प्रत्याशी और अलीगंज के विधायक रामेश्वर सिंह यादव ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले चुनाव में अलीगंज क्षेत्र में सलमान की मदद के लिए अपने समर्थको को मुक्त कर दिया था| हालाँकि खुद उन्होंने समाजवादी पार्टी को वोट दिया था मगर मुन्नू बाबू हार रहे थे लिहाजा अलीगंज क्षेत्र के मुसलमानो ने सलमान खुर्शीद को वोट दिया था| जमालुद्दीन सिद्दीकी ने भी खुलासा किया कि पिछले चुनाव में मुन्नू बाबू प्रत्याशी थे और वे बड़े बेअदब से मुसलमानो से पेश आते थे| लिहाजा उन्होंने भी मुन्नू बाबू को वोट देने के लिए दबाब नहीं बनाया था| श्री सिद्दीकी ने कहा कि यही नहीं उनकी अपनी जात ठाकुर भी उनसे नाराज थे| यहाँ (कमालगंज) क्षेत्र के समाजवादियो ने गड़बड़ी की और सलमान खुर्शीद को वोट दे दिया था मगर अबकी बार ऐसा न करे|
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वोट मांगने और जनता को लुभाने के नए नए समीकरण तैयार हो रहे है| जैसी जनता वैसा जुमला पेश किया जाने लगा है| अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी को हराने की बात का खुलासा करके नए समीकरण तैयार करने वाले नेता अपनी कितनी विश्वसनीयता जनता में बना रहे है ये तो परिणाम ही बतायेगा मगर अबकी बार कुल मतदाता का केवल 18 फ़ीसदी ही वो मतदाता बचा है जो पचास की उम्र के नीचे है और जो इधर उधर की नहीं सोचता| बाकी बचे 82 फ़ीसदी मतदाता जिसमे 42 फ़ीसदी युवा मतदाता है वो आगे की भी सोचता है और पीछे की भी| इस प्रकार के पीठ में राजनैतिक खंजर खोपे जाने पर पिछले चुनाव के सपा प्रत्याशी चंदभूषण सिंह उर्फ़ मुन्नू बाबू जो वर्त्तमान में भाजपा में है से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया जा रहा है| जैसे ही उनकी प्रतिक्रिया मिलेगी जनता को जरुर पढ़ने को मिलेगी|
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