दौड़ तो नहीं हुई अलबत्ता राजनीति में गुंडई और दबंगई के खिलाफ खड़ा हो गया एक युवा

Uncategorized

फर्रुखाबाद: वो मंच पर खड़ा होकर बोल रहा था| जन जन में सन्देश दे रहा था| वो कह रहा था कि इतिहास बनेगा| कहते कहते एक युवा खड़ा हो गया और हजारो युवाओ की भीड़ चल पड़ी| न दौड़ हुई न इनाम बटा| मगर जो कुछ होना था वो शुरू हो गया| पांच साल पहले का चुनाव एक बार फिर से नया हो रहा है| 2009 के लोकसभा चुनाव में सत्ता होने के बाबजूद बसपा प्रत्याशी नरेश अग्रवाल कुछ इन्ही मुद्दों पर चुनाव हार कर गए थे| वे भी कहते थे “पांच साल सरकार किसकी रहेगी, पुलिस से बचाएगा कौन? एक फोन कर देंगे दो दरोगा…..गाली …..घर पर आएगा छोड़ने”| ये बयान उन्होंने अलीगंज की एक सभा में दिया था| उसका एमएमएस बना और घर घर पहुच गया| तब शायद मोबाइल इतने उन्नत न थे और आज तो जमाना स्मार्ट फोन का है| नरेश अग्रवाल की दम्भ भरी जवान वोट का जुगाड़ नहीं कर सकी और अजेय रहे नरेश अग्रवाल के माथे पर हार का कलंक फर्रुखाबाद की जनता ने लगा दिया| दबंगई करने वालो को सोचना पड़ेगा| ये फर्रुखाबाद है..
Sachin Mairathan3
एक युवा फिर से खड़ा हो गया है| आम आदमी पार्टी और अन्ना हजारे के आन्दोलनों के बाद नेताओ की छवि ऐसी क्यों है जनता और ठीक से जान गयी| बदलाव की बयार बहने लगी है| छवि साफ़ है कहने से नहीं बनने वाली| साफ़ सुथरा दिखना नहीं “होना” पड़ेगा नेताओ को| क्योंकि विकल्प देने का इशारा सचिन यादव ने कर दिया है|
Sachin mairathan4
मैराथन के बहाने ही सही सन्देश जनता में ठीक ठीक चला ही गया है| सचिन कहता है कि वो देगा सही मायने में समाजवाद| वक़्त के पैमाने पर उसे भी परखने का मौका जनता के पास होगा| मगर जो समाजवाद शनिवार को जनता ने कायमगंज में देखा उसकी तुलना तो होगी ही| हर जात का युवा खड़ा कर सचिन यादव ने दिखा दिया कि डरने की जरुरत नहीं| जरुरत शतप्रतिशत मतदान करने की है| यादव भी आया, ठाकुर भी आया, बनिया भी आया और ब्राह्मण भी आया मगर इन सबसे बढ़कर युवा आया जो जात पात के पैमाने को दूसरे दर्जे पर रखता है| उसके सामने बेरोजगारी है, अशिक्षा है भ्रष्टाचार के चंगुल में फसा एक सरकारी तंत्र है| मंच पर उत्साह बढ़ाने आये कलाकारों ने युवाओ से वादा भी करा लिया- सचिन को चुनाव जिताओगे तो एक बार फिर से आयेंगे|