फर्रुखाबाद: लगता है कि भ्रष्टाचार और विकास न होने के मुद्दे पर ग्रामीणो के पास एक मात्र हथियार बचा है- पोलिओ अभियान का बहिष्कार| नेता सुनता नहीं, विकास कराने वाली सकरी मशीनरी में घुन लगा हुआ है| ऐसे में जनता करे तो क्या करे| जब जब पोलिओ अभियान चलता है ग्रामीण इस अभियान का विरोध करके या फिर पोलिओ पिलाने गयी टीम को स्कूल आदि भवन में घेर कर विरोध दर्ज करा देते है| स्वास्थ्य महकमा जाकर समझा बुझाकर किसी तरह पिंड छुड़ा लेता है मगर विकास के नाम पर सुधार न हुआ और न हो रहा है| रविवार को कमालगंज विकास खंड के ग्राम सभा पतौंजा के माजरा घाटमपुर में भी स्वास्थ्य टीम को बंधक बनाया गया और पोलिओ का बहिष्कार ग्रीमो ने कर दिया है| ग्रामीणो का कहना है कि प्रधान ने उनके मजरे पर कोई विकास नहीं कराया| सफाई कर्मी आता नहीं और शिक्षा की दुर्गति तो हो ही रही है| फिलहाल पंतौजा का प्रधान मो कमाल अपनी जान बचा लापता है और जनता को समझने की स्थिति में नहीं है और किसी बड़े अफसर के आने का इन्तजार किया जा रहा है|
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विरोध करने वालो में गाव के अश्वनी कुमार, अनिल कुमार, देवेन्द्र सिंह, रामसेवक,समरपाल,अभयप्रताप, गोपाल,संजीव कुमार, राहुल सिंह, कोतवाल सिंह, चंद्रपाल सिंह, अंजुम सिंह, मकरंद सिंह सहित एक सैकड़ा ग्रामीणो ने अपना विरोध दर्ज कराया है| खबर लिखे जाने तक ग्रामीणो को समझाने कोई सरकारी अफसर या जनप्रतिनिधि गाव नहीं पंहुचा है| पोलिओ पिलाने गयी टीम के सदस्य उमेश चन्द्र सुपरवाइजर, भागिरिषि स्वयंसेवक और सुधा तथा शिवा राजपूत आशा बहुए बंधक जैसी स्थिति में है|