फर्रुखाबाद: संकल्प सभा के लिए मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने अपने भाषण के लिए चुन चुन कर शब्द पिरोये थे| हर कार्यकर्ता और पदाधिकारी को उसकी हैसियत के एहसास कराते हुए 17 साल पहले के दृश्य में खीच ले गए भाजपा कार्यकर्ताओ को| कविताओ से जोश भरा तो यादो से जज्बात कुरेदे| कुल मिलाकर अमित शाह का प्रोग्राम लगाकर मेजर सुनील ने टिकट के दावेदारो में अपनी हैसियत का भी एहसास कराया|
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भारतीय पाठशाला का प्रांगण खचाखच भरा हुआ था| प्रांगण में मौजूद चेहरे ब्रह्मदत्त द्विवेदी के जमाने के एक एक कार्यकर्ता उत्साहित था| कुछ निजी और कुछ पार्टी समर्पित| कुछ ठेकदार भी दिखे जो दूसरी पार्टी के साथ चले गए लगते थे| मगर इस सभा में काफी कुछ पुराना लौटा था| अमित शाह के भाषण के बाद पुराने कार्यकर्ता सड़क पर टिकट की चर्चा कर रहे थे| कमालगंज से लेकर मोहमदाबाद और अमृतपुर के कार्यकर्ता जो कभी ब्रह्मदत्त से करीबी रिश्ता रखते थे वे एक बार फिर से टिकट की चर्चा में मेजर का नाम घसीट रहे थे|
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मेजर ने भी अपने भाषण में एक एक पधाधिकारी, बड़े नेता और कार्यकर्ताओ को पुकारा| उनके नाम के साथ उनकी पहचान और प्रशंसा में शब्द जाल बुने| सुकरात से ब्रह्मदत्त की तुलना करते हुए फर्रुखाबाद के विकास की बात की| सुनील ने कहा कि इस बार की संकल्प सभा में स्व ब्रह्मदत्तत द्विवेदी के अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लेना है| भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को भारी बहुमत से जितवा कर भेजना है| [bannergarden id=”17″]