नई दिल्ल: दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देकर मैदान छोड़कर भागने नहीं देंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि अगर जन लोकपाल बिल दिल्ली विधानसभा में पास नहीं हुआ तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा बिल के रास्ते में अवरोध उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं और अगर विधानसभा में वे लोग इस बिल में अड़ंगा लगाए तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
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हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जन लोकपाल के मुद्दे पर हर जगह इतना हंगामा मचा रखा है, लेकिन अभी तक विधायकों को इसकी कॉपी नहीं दी है, वह ड्रामा बंद करें। भाजपा उन्हें इस तरह से इस्तीफा देकर मैदान छोड़कर भागने नहीं देगी। हम लोग जन लोकपाल के समर्थन और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए समर्पित हैं।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री पर अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी निशाना साधा है। मायावती ने कहा है कि केजरीवाल का रवैया तानाशाही वाला है। केजरीवाल इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनकी नजरें लोकसभा चुनाव पर हैं। कोई भी कानून एक व्यक्ति के हिसाब से नहीं बनाया जाता है। कानून संविधान के मुताबिक बनता है।
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उधर, टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से जनलोकपाल विधेयक पारित नहीं होने पर इस्तीफे की धमकी दिए जाने को लेकर उन पर निशाना साधा है। किरण ने ट्वीट किया, ‘मुझे हैरानी है कि दिल्ली लोकायुक्त विधेयक पारित कराने के लिए तैयार किया गया या इसको दूसरों पर इल्जाम लगाकर भागने और टकराव का कारण बनाने के लिए तैयार किया गया?’ उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते समय केजरीवाल अन्ना को भूल गए थे, अब वह फिर से अन्ना का समर्थन मांग रहे हैं।’
वहीं, कांग्रेस नेता हारुन यूसुफ का कहना है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ आने वाले बिल के विरोध में नहीं है, लेकिन अगर कुछ भी असंवैधानिक होगा तो दिल्ली की जनता उसे कभी स्वीकार नहीं करेगी।