फर्रुखाबाद: गौकशी के लिए ले जा रहे जानवर से भरी डीसीएम का पीछा करने पर पुलिस पर ताबड़तोड़ आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। बचाव के लिए पुलिस ने भी कई राउण्ड फायर किए। टायर में गोली लग जाने से डीसीएम पलट गई। घेराबंदी कर सात आरोपियों को धर दबोचा। चालक मौके से फरार हो गया।
कोतवाली फतेहगढ़ के क्षेत्र गरैया खारे मड़ैया पर बुधवार की रात्रि ढाई बजे पुलिस गश्त कर रही थी। तभी रास्ते में खड़ी टाटा 407 संख्या यूपी 38टी-0533 को पुलिस ने देख कर जैसे ही पूछताछ करना चाहा तो चालक ने गाड़ी को भगा दिया। अपने पीछे पुलिस आते देख उसमें सवार लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। बचाव के लिए पुलिस की ओर से भी छह राउण्ड दागे गए। पुलिस लाइन के निकट डीसीएम अनियंत्रित होकर पलट गई। उसमें लदी तीन भैंसे व एक गाय गंभीर रूप से चुटहिल हो गईं। जानवर चोरी करने वाले गिरोह का पीछा कर पुलिस ने इरफान खां पुत्र गुलाब खां निवासी चमन नगरिया अलीगंज जनपद एटा, जफर पुत्र मुंशी खान, सुलेमान पुत्र पप्पू, भिखारी पुत्र बुद्धू, अब्दुल उर्फ बाबा नासिर निवासी चमन नगरिया अलीगंज जनपद एटा, सादिक पुत्र मुंशी निवासी बराहार घिरोर, मैनपुरी, साजिद पुत्र सावलिया उर्फ सानू मीरपुर खुर्जा, बुलंदशहर को पकड़ लिया। गाड़ी का चालक शकील पुत्र संतरा निवासी बराहार, घिरोर मैनपुरी, चकमा देकर मौके से फरार हो गया। तलाशी के दौरान एक तमंचा 315बोर, चार जिंदा कारतूस बरामद हुए। दूसरे तमंचे की तलाश में पुलिस ने कई घंटे तक झाडि़यों को खंगाला लेकिन कामयाबी नहीं मिली। कोतवाली प्रभारी जगदीश प्रभारी को पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह जानवरों को चोरी कर एटा, खुर्जा, बुलंदशहर ले जाकर बिक्री करते हैं उन्हें खरीदने वाले काटकर उसका मांस अच्छे दामों में बेचते हैं। वहीं अब्दुल्ला ने बताया कि इस गिरोह का संचालन सलीम निवासी भरगैन करता है। पकड़े जाने पर हम लोगों को छुड़ाने का भी काम वही करता है। इससे पूर्व इसी जनपद से छह बार गाय व अन्य जानवरों की चोरी करने की भी बात कबूल की। उधर, कोतवाली पहुंच कर सीओ सिटी वाईपी सिंह ने आरोपियों से पूछताछ की।
पुलिस टीम को एसपी ने दिया ढाई हजार का ईनाम
गौकशी के लिए जानवरों को चुराकर ले जाने वाले गिरोह की घेराबंदी कर पकड़ने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने ढाई हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। एसपी कार्यालय में कोतवाली प्रभारी जगदीश तिवारी ने पकड़े गए सातों आरोपियों को पेश किया। इस दौरान पत्रकार वार्ता कर श्री पाण्डेय ने बताया कि गश्त कर रहे दारोगा दिनेश कुमार, सिपाही शहबाज, नितिन, सुहेल व गार्ड सचदेव ने बड़ी ही बहादुरी का काम किया है। इसलिए पूरी टीम को 2500 रुपए ईनाम देने की घोषणा की।