मेरठ: भाजपा की विजय शंखनाद रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीआईए एजेंट बताते हुए पर्चे बांटे गए हैं। पर्चे कहा कि स्वराज से जनलोकपाल, जनलोकपाल से जनांदोलन और जनांदोलन से सत्ता का सफर तय करने वाले अरविंद केजरीवाल के स्वराज का गीत अमेरिका से जुड़ा है।
अमेरिका के नरेंद्र मोदी से सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं हैं। इसलिए अमेरिका ने अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए अरविंद केजरीवाल को चुना।
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इसके लिए सीआईए की सहयोगी फोर्ड फाउंडेशन की सहायता ली। पर्चों में छपा था कि अमेरिका की बदनाम खुफिया एजेंसी सीआईए टास्क पूर्ति के लिए वित्तीय संस्था इन्क्यूटेल के माध्यम से फोर्ड फाउंडेशन को फंडिंग करती है।
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फोर्ड फाउंडेशन की एजेंट शिमिरित ली खासकर उन अरब देशों में सक्रिय रही जहां जनांदोलन हुए हैं। केजरीवाल और मनीष सिसौदिया की एनजीओ है कबीर। शिमिरित ली ने 2010 में दिल्ली में चार महीने रहकर कबीर के आगामी एजेंडे की रिपोर्ट तैयार की।
यह रिपोर्ट केजरीवाल के स्वराज का ब्लू प्रिंट है। इसी रिपोर्ट के सेल्फ रूल से प्रभावित अरविंद केजरीवाल का स्वराज है। वहीं उनकी मोहल्ला सभा इसी की देन है।
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पर्चे में कहा कि कबीर को 2007 से 2010 तक फोर्ड फाउंडेशन से कुल 86 लाख रुपये मिले। 2010 में शिमिरित ली के दिल्ली प्रवास के पश्चात कबीर को पुन: करीब एक हजार करोड़ रुपये मिले।
दक्षिण एशिया में फोर्ड की प्रमुख हैं कविता एन रामदास। वह केजरीवाल के गॉड फादर एडमिरल रामदास की बड़ी बेटी हैं। दिल्ली चुनाव में नामांकन के समय रामदास केजरीवाल के दहिने खड़े थे।
रामदास की पत्नी लीला रामदास आप की महत्वपूर्ण कमेटी की प्रमुख हैं। अरविंद की भांति रामदास भी मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त हैं। वहीं, फोर्ड के इंफोसिस से अत्यंत प्रगाढ़ संबंध हैं।
नारायण मूर्ति फोर्ड फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं। इसके अलावा इंफोसिस के ही नंदन नीलेकणी भी अरविंद केजरीवाल के करीबी हैं। उन्होंने दिल्ली विस चुनाव में आप को दिल्लीवासियों के नंबर उपलब्ध कराए और अमेरिका से दस लाख लोगों के नंबरों पर आप को वोट करने की अपील की।