खाकी ने महिलाओं को दुत्कारा, एसपी ने आसूं पोंछे

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फर्रुखाबाद|| बड़ी उम्मीद से पुलिस अधीक्षक से मिलने गई गुलावी गैंग की महिलाओं को एसपी से नहीं मिलवाया बल्कि उन्हें दुत्कार दिया| एसपी ने कोतवाली में महिलाओं की समस्या का समाधान करके उनके आसूं पोंछे|

गुलावी गैंग की जिला कमांडर अंजली यादव के नेत्रत्व में आधा दर्जन महिलायें एसपी से मिलने सुबह १० बजे उनके कार्यालय पहुँची| अवकाश के कारण कार्यालय बंद होने पर महिलायें उनके आवास पर पहुँची|

एसपी से न मिलाये जाने पर महिलायें सायं ४ बजे कोतवाली फर्रुखाबाद पहुँची| वहां एसपी डॉ के एजिलरशन पुलिस कर्मियों के साथ बैठक कर रहे थे| पहरा ड्यूटी करने वाले सिपाहियों ने महिलाओं को कोतवाली में घुसाने से रोक दिया| परेशान हो जाने पर अंजली ने जब एसपी से मोबाइल फोन पर बात की तो उन्होंने तुरंत आने को कहा|

जब महिलायें एसपी से मिलने के लिए कोतवाली में घुसी तो पहले महिला थाना एसओ सुभद्रा वर्मा व् इंस्पेक्टर क्रष्ण कुमार ने उन्हें रोककर अपने स्तर से ही निवटाने का प्रयास किया तो अंजली ने एसपी से ही मिलने की जिद की| तब उन्हें अकेले एसपी से मिलने की इजाजत दी गई| लेकिन अंजली जिद करके थाना नवाबगंज के ग्राम बरतल निवासी पीड़ित दलित सर्वेश कुमारी खटिक को भी साथ ले गई|

जिला कमांडर अंजली ने एसपी को बताया कि बीते दिनों सर्वेश की १५ वर्षीय पुत्री अंजू सायं ५ बजे गाँव में सब्जी लेने गई थी| तभी गाँव नबावगंज के बाबी नाई गाँव के लालू तथा बन्ने खां ने अपने दामाद नाजिद के सहयोग से उसका अपहरण कर लिया| एसओ ने महिला के पति सुरेश पर दवाव डालकर उनकी ओर से लालू व् बाबी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर अंजू को बरामद कर लिया| पुलिस ने मोटी रकम लेकर पकड़े गए बन्ने को छोंड दिया|

आरोप लगाया गया कि महिला एसओ अंजू पर दवाव डाल रही हैं कि नामजद लोगों के विरुद्ध ही वयान दो|

अंजली ने एसपी को अवगत कराया कि दरोगा बघेल ने आप से नहीं मिलने दिया और महिला एसओ महिलाओं के साथ बदसलूकी कर उनका ही शोषण कर रही है|

एसपी डॉ के एजिलरशन ने मोबाइल फोन से एसओ को निर्देश दिया कि वह अपहरण का वारदात में शामिल अन्य दो युवको को भी अभियुक्त बनाकर कार्रवाई करें| एसपी ने भूंखी महिलाओं से जलपान करने को कहा तो एसपी की मानवता देखकर महिलायें गदगद हो गईं|

पुलिस अधीक्षक डॉ एजिलरशन ने बताया कि बैठक में सिटी सर्किल के तीनो थाना क्षेत्रों के अपराधों की समीक्षा की गयी| विवेचकों को चेतावनी दी गयी कि वह मुकद्दमों की शीघ्र ही निष्पक्ष जांच करें| घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज कर पीड़ितों की समस्याएं सुनी जाएँ| महिलाओं को सम्मान दिया जाए|