एक ही केस में सिटी हॉस्पिटल के स्टाफ के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज

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city hospitalफर्रूखाबाद: कोतवाली फर्रुखाबाद में अदालत के आदेश पर कांग्रेसी नेता विजय कुमार कटियार की रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है| सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ एक ही मामले में ये दूसरा मामला दर्ज हुआ है| कोतवाली पुलिस ने आज विजय कटियार की ओर से दर्ज किये गये मुकदमें में सिटी हास्पिटल के एमडी अजीत गंगवार, डा.सिम्मी अग्रवाल, डा.विपुल अग्रवाल, डा. प्रदीप सिंह व नर्स रीता को अभियुक्त बनाया है।

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घटना के मुताबिक कांग्रेसी नेता राजेंद्रनाथ कटियार के पुत्र विनय कटियार की पत्नी की 18 नबंवर की रात तबीयत खराब होने पर मध्य रात्रि के समय उन्हें सिटी हास्पिटल ले जाया गया। डा. सिम्मी ने गैस दर्द बताकर घर वापस भेज दिया कि तबीयत ठीक हो जायेगी। पत्नी की हालत बिगड़ जाने पर विजय रात 2 बजे पत्नी को पुनः अस्पताल ले गये। डा.सिम्मी व डा. विपुल अग्रवाल द्वारा सुबह पांच बजे तक उपचार न किये जाने के कारण महिला के गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। इस घटना की विजय ने डा.दम्पत्ति के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
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जब विजय ने अस्पताल में की गई लापरवाही के बारे में जांच पड़ताल की तो उन्हें पता चला कि ट्रीटमेंट चार्ट पर नर्स संगीता के साथ ही रात 3.25 बजे डा.सिम्मी अग्रवाल की भी ट्रीटमेंट चार्ज पर उपस्थित दर्ज करायी गई। अस्पताल के एमडी अजीत ने रत्नेश व संगीता को नर्स बताकर महिला का इलाज कराया था। जिनको बचाने के लिए दोनों को ओटी कार्यालय का कर्मचारी बताया गया। विजय ने आरोप लगाया कि इस फर्जी बाड़े में इन्थीसिया के डा.प्रदीप सिंह भी शामिल हैं, जिनकी ट्रीटमेंट चार्ट पर उपस्थिति दर्शायी गई, जो लोहिया अस्पताल में कार्यरत हैं। अदालत ने पुलिस को यह भी आदेश दिया है कि बिना अदालत की अनुमति से आरोपियों को गिरफ्तार न किया जाये। इस मुकदमें की जांच उपनिरीक्षक सुनील कुमार वर्मा को सौंपी गई। जबकि पूर्व में दर्ज कराये मुकदमें की जांच उपनिरीक्षक सुबोध कुमार द्वारा की जा रही है। जिसमें अभी तक डा.दम्पत्ति आदि को दोषी न पाये जाने के कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। मालूम हो कि विजय ने अपने बच्चे को दफना दिया था और बाद में नगर मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने शव को जमीन से निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराया था।
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