हार के टैग से सोनिया ने राहुल को बचाया!

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Rahul Congressदिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आखिरकार राहुल गांधी पर हार का टैग लगने से बचा लिया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे।

सोनिया गांधी ने पुरानी परंपराओं का हवाला देते हुए राहुल को पीएम उम्मीदवार बनाने पर तुले कार्यसमिति की बैठक में शामिल एक धड़े को निराश कर दिया।

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हालांकि, तमाम दावों और अटकलों के बावजूद पार्टी और यूपीए सरकार की वर्तमान खस्ता हालत को देखते हुए इसी तरह की घोषणा होने की उम्मीद पहले से ही थी।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद आज एआईसीसी की बैठक हो रही है। इस बैठक में एक बार फिर सबकी नजर राहुल गांधी पर हैं। बैठक की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अध्यक्षीय भाषण से हुई। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने राहुल को पीएम उम्मीदवार बनाने के नारे बुलंद किए। इस पर सोनिया ने साफ कर दिया कि राहुल पर फैसला लिया जा चुका है जो बदला नहीं जाएगा।
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कल हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को यूपीए की चेयरपर्सन और पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खारिज कर दिया। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के कुछ नेता एक बार फिर यही मांग दोहराते दिखे जिसे सोनिया ने खारिज कर दिया।

सोनिया ने अपने भाषण में यूपीए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने फूड बिल, लोकपाल बिल, भूमि अधिग्रहण बिल का हवाला दिया। साथ ही मनरेगा का भी जिक्र किया। सोनिया ने कहा कि आरटीआई से लोगों को सूचना का अधिकार मिला। शिक्षा का अधिकार कानून भी पास कराया गया।
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राहुल का प्रमोशन

एआईसीसी की बैठक में राहुल को भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस का चेहरा बनाने की भी कोशिश हो सकती है। माना जा रहा है कि राहुल को भ्रष्टाचार विरोधी चेहरा बनाकर कांग्रेस लोकसभा चुनाव अभियान में इसे मुद्दा बना सकती है। असल में कांग्रेस आने वाले दिनों में भ्रष्टाचार विरोधी लंबित बिलों को पास कराना चाहती है। इसका श्रेय राहुल गांधी को दिया जाना तय है।

इस बीच एआईसीसी की बैठक पर अलग तेलंगाना मुद्दा का असर भी दिख सकता है। आंध्र प्रदेश के सीमांध्र क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को धमकी दी कि अगर उन्हें सम्मेलन में जाने की इजाजत नहीं दी गई तो वे सम्मेलन स्थल के बाहर धरना देंगे।

इस बीच पार्टी सूत्रों ने कहा कि एआईसीसी की बैठक के तत्काल बाद पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी 18 और 19 जनवरी को नेताओं के साथ राज्यवार बातचीत करेंगे। बैठक में एआईसीसी के सभी प्रतिनिधि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष शामिल होंगे। कांग्रेस नेताओं के लिए आने वाले कुछ दिन काफी व्यस्त रहेंगे।

21 जनवरी को प्रदेश चुनाव समितियों की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें संभावित उम्मीदवारों के नाम पर फैसला हो सकता है। अनेक राज्यों के लिए केंद्रीय निगरानी समितियों की बैठकें 27 जनवरी को होने की संभावना है जिनमें छांटे गये उम्मीदवारों की पड़ताल होगी। आने वाले 1 से 7 फरवरी के बीच केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है।